डेंगू एक ऐसी बीमारी है जो हमारे शरीर को तोड़ कर रख देती है। डेंगू को हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है।
इसका दर्द हमारी हड्डियों और मांशपेशिओ को हिला कर रख देता है।
डेंगू होने पर सबसे ज्यादा भर्ती होने वाले मरीजों में बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा होती है।
इसलिए बच्चों को डेंगू होने सबसे ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होती है।
आईए समझते हैं की बच्चों में डेंगू होने के लक्षण और बच्चों के डेंगू होने पर क्या क्या सावधानियां बरतें।
बच्चों में डेंगू के लक्षण Dengue symptoms in hindi
1) तेज बुखार
2) सर दर्द
3) आंखों में और आंखों के पीछे दर्द
4) शरीर में खुजली होना
5) मसूड़ों से खून आना या लाल हो जाना
6) शरीर में छोटे छोटे चकत्ते पड़ जाना
7) शरीर में दर्द होना
8) बच्चों का बहुत ही सुस्त हो जाना
बच्चों का कैसे करें ईलाज Dengue fever treatment hindi
1) बच्चों को हर थोड़ी थोड़ी देर में तरल पदार्थ देते रहें।
2) बच्चों के वजन के हिसाब से पैरासिटामोल दे
3) बुखार ना उतरने पर पानी की पट्टियां करते रहें
4) बच्चों को खेलने कूदने बिल्कुल भी ना दें, सिर्फ आराम करने दें
5) ये देखते रहें की बच्चों को पेशाब हो रही है की नहीं, पेशाब ना होने की वजह डीहाइड्रेशन हो सकता है और आपको बच्चे को तरल पदार्थ की मात्रा बढ़ानी पड़ेगी।
6) नारियल पानी, जूस, सूप, दाल का पानी ईत्यादि देते रहें ताकि शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बना रहे।
7) अगर इतना करने के बाद तीन दिन में बच्चे को कोई रिलीफ ना मिले तो आप तुरंत प्लेटलेट्स काउन्ट चेक करवा लें। प्लेटलेट्स काउंट कम होने पर तुरंत डॉक्टर को संपर्क करें।
8) अगर बच्चों की नाक से खून निकले, काला रंग का स्टूल हो, पेशाब का रंग हल्का काला सा हो या मसूड़ों से खून आने लगे तो आपको तुरंत हॉस्पिटल में बच्चे को भर्ती करवाना पड़ेगा।
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