टेस्टोस्टेरॉन (Testosterone In Hindi ) मेल सेक्स हार्मोन है जो हमारे टेस्टिकल्स में बनता है। किशोरावस्था में टेस्टोस्टेरॉन हमारे शरीर के एक आदमी के रूप में विकास के लिए बहुत आवश्यक होता है।
इसी हार्मोन ( testosterone in hindi ) के कारण हमारे चेहरे पर दाढ़ी आती है, आवाज गहरी और मोटी हो जाती है, मांसपेशियों का विकास होता है और शुक्राणु बनाने में मदद करता है।
टेस्टोस्टेरॉन हमारे स्वभाव को भी नियंत्रित करता है। टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन आयु बढ़ने के साथ साथ कम होने लगता है। टेस्टोस्टेरॉन लेवल कम होने के कारण हमें अनेकों दिक्कतें होने लगती है। क्या होता है जब एक आदमी के टेस्टोस्टेरोन कम है?
टेस्टोस्टेरॉन लेवल कम होने के लक्षण Low Testosterone Levels
1) सेक्स ड्राइव में कमी
2) थकान महसूस करना
3) किसी भी काम में मन ना लगना
4) वजन का बढ़ना
5) शरीर में कम बाल होना
6) हड्डियों का पतला होना
7) मांसपेशियों का ढंग से विकास ना होना
8) कम स्पर्म होना
9) नपुंसकता या इरेक्टाइल डिसफंक्शन होना
10) महिलाओं की तरह सीने का हो जाना
11) ताकत की कमी होना
टेस्टोस्टेरॉन कम होने के कारण What Causes Low Testosterone
टेस्टोस्टेरॉन लेवल उम्र बढ़ने के साथ साथ कम होने लगता है। प्राकृतिक तरीके से 30 वर्ष की आयु के बाद हमारा टेस्टोस्टेरॉन का स्तर 1% के दर से हर साल कम हुआ करता है। इसके आलावा कुछ कारण भी हैं जो इसके स्तर को कम करते हैं
1) टेस्ट्स (अंडाणु) में चोट या इंफेक्शन के कारण
2) कीमोथेरेपी के कारण
3) शरीर में आयरन की बहुत अधिक मात्रा होने पर (Hemochromatosis)
4) पिट्यूटरी ग्रन्थि में ट्यूमर के कारण
5) कुछ दवाओं जैसे ओपियाइड्स और स्टेरॉयड्स के कारण
6) अधिक शराब के सेवन से
7) किडनी और लिवर के सही से काम ना करने के कारण
8) उम्र के साथ
9) एचआईवी या किसी लंबी बीमारी के कारण
टेस्टोस्टेरॉन की जांच How Is Low Testosterone Diagnosed
टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को जांचने के लिए आपको टेस्टोस्टेरॉन की जांच करवानी पड़ेगी। टेस्टोस्टेरॉन टोटल के साथ आपको LH, FSH, Prolactin और Estradiol की जांच भी करवानी चाहिए।
इन जांचो से डॉक्टर को सम्पूर्ण जानकारी मिल सकेगी। यह जांचे ब्लड से होती है। टेस्टोस्टेरॉन की जांच हमेशा सुबह ही करवाना चाहिए क्युकी हमारे शरीर में टेस्टोस्टेरॉन का स्तर सबसे ज्यादा सुबह ही होता है।
कैसे बढ़ाएं टेस्टोस्टेरॉन लेवल How To Boost Testosterone Level
टेस्टोस्टेरॉन लेवल बढ़ाने के लिए डॉक्टर्स मरीज की कंडीशन देखते हुए टेस्टोस्टेरॉन थैरेपी ( Testosterone Replacement Therapy ) करते हैं। हालांकि इसके साइड इफेक्ट्स भी होते हैं।
अभी तक कोई क्लियर स्टडी नहीं है की टेस्टोस्टेरॉन की मेडिसिन का हमारे शरीर पर कैसा प्रभाव पढ़ता है। इसके आलावा कुछ प्राकृतिक तरीके हैं जिनसे आप अपने टेस्टोस्टेरॉन का स्तर (testosterone booster in hindi) बढ़ा सकते हैं।
1) नियमित रूप से एक्सरसाइज करें
2) पूरी नींद लें
3) संतुलित आहार लें और जंक फूड का सेवन ना करें
4) ज्यादा तनाव ना लें
5) विटामिन D की भरपूर मात्रा लें
6) मीठे की मात्रा कम करें
7) जिंक और मैग्नीशियम से भरपूर भोजन लें।
8) अश्वगंधा और केले का सेवन करें
9) अदरक, लाल मिर्च और लहसुन भी टेस्टोस्टेरॉन स्तर को बढ़ाता है।
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आंखों का फड़फड़ाना क्या सच में कोई संकेत होता है या इसके पीछे कोई वैज्ञानिक कारण होता है?
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Hii
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