यह हार्मोन थायराइड ग्लैंड के लिए एक संदेश वाहक की तरह काम करता है की कितना T3 और T4 हार्मोन निकालना है।
जब हमारे ब्लड में TSH की मात्रा ज्यादा या कम होती है तो इसका मतलब होता है की हमारी थायरॉइड ग्लैंड ढंग से काम नहीं कर रही है
और पिट्यूटरी ग्लैंड अधिक मात्रा में TSH हार्मोन रिलीज कर रही है ताकी थायरॉइड ग्लैंड को संदेश जा सके की वो थायरॉइड हार्मोन T3 और T4 सही मात्रा में स्त्रावित करें।
थायरॉयड ग्लैंड से जो हार्मोन निकलता है वो हमारे शरीर के वजन, तापमान, हार्ट रेट, स्किन, बाल, मांसपेशियों की मजबूती और हमारे मूड को नियंत्रित करता है।
TSH बढ़े होने का कारण - Causes of High TSH in Hindi
TSH का लेवल अगर आपके शरीर में ज्यादा है तो इसका मतलब है की आपको Hypothyroidism है।
यह बहुत लोगों को होता है। Hypothyroidism का मतलब है की आपकी थायरॉइड ग्लैंड T3 और T4 हार्मोन सही मात्रा में नहीं पैदा कर पा रही या बिल्कुल भी नहीं पैदा कर रही।
इसलिए आपकी पिट्यूटरी ग्लैंड ज्यादा TSH हार्मोन निकाल रही है ताकी थायरॉइड ग्लैंड को संदेश जा पाए की वो अधिक T3 और T4 हार्मोन निकाले।
अगर आप थायरॉइड की दवा ले रहें हैं और इसके बाद भी आपका TSH लेवल बढ़ा है तो इसका मतलब है की आपको अपने दवा की मात्रा डॉक्टर की सलाह से बढ़ानी पड़ेगी।
TSH लेवल कम होने का कारण - Cause of Low TSH in Hindi
अगर आपका TSH लेवल कम है तो इसका मतलब है की आपको Hyperthyroidism है।
इसके बहुत से कारण हो सकते हैं जैसे ऑटोइम्यून डिजीज, थायरॉइड ग्रन्थि में गांठ या ट्यूमर, थायरॉइड की दवाई के कारण, या घेंघा रोग के कारण भी हो सकता है।
कई बार पिट्यूटरी ग्लैंड में भी समस्या होने के कारण आपका TSH लेवल कम हो सकता है।
इसे मुख्य हाइपोथायरॉइडिज्म ( central hypothyroidism ) कहते हैं। यह बहुत ही दुर्लभ मामलों में होता है। हालांकि यह ज्यादा लोगों में नहीं होता।
TSH की नॉर्मल वैल्यू क्या है - TSH Normal Range in Hindi
TSH की नॉर्मल रेंज 0.40 से 4.50 mIU/mL होती है।
हालांकि यह उम्र, जेंडर और लैब के हिसाब से अलग अलग होती है। सही वैल्यू के लिए आपकी रिपोर्ट में दी गई रेंज को सही माने।
क्या सिर्फ TSH टेस्ट पर्याप्त है
नहीं, अकेला TSH कभी आपको एक संपूर्ण जानकारी नहीं देता। आपको हमेशा साथ में T3 और T4 टेस्ट जरुर करवाना चाहिए।
क्या थायरॉइड टेस्ट के पहले आपको दवाई लेनी चाहिए
नहीं, थायराइड टेस्ट के पहले यदि आप थायरॉइड की दवाई लेंगे तो यह थायरॉइड टेस्ट के परिणाम को प्रभावित कर सकती है।
क्या गर्भावस्था थायरॉइड टेस्ट के परिणाम को प्रभावित कर सकती है।
हां, गर्भावस्था के दौरान आपका थायरॉइड लेवल कम आ सकता है।
क्या थायरॉइड टेस्ट खाली पेट करवाना चाहिए
ये ज़रूरी नहीं है। थायरॉइड टेस्ट आप कभी भी करवा सकते हैं चाहें आप खाली पेट हों या कुछ खाए हों।
कुछ साल पहले तक थायरॉइड टेस्ट खाली पेट ही करवाया जाता था क्युकी इसको चेक करने की मशीन इतनी दक्ष नही होती थी।
लेकिन आजकल की एडवांस मशीन के कारण ये जरूरी नहीं रह गया है। आप कभी भी थायरॉइड टेस्ट करवा सकते हैं।
क्या थायरॉइड टेस्ट हर महीने करवा सकते हैं
नहीं, अगर आप थायरॉइड की दवाई ले रहें हैं तो थायरॉइड टेस्ट आपको काम से कम 3 महीने बाद ही करवाना चाहिए।
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