Adrenal Fatigue Meaning in Hindi - क्या आपको लगातार थकान लगी रहती है भले ही आप अपनी पूरी नींद ले रहे हों? क्या आपको नमकीन और मीठे फूड्स खाने का बहुत मन करता है?
थोड़ा सा भी काम करने में आपकी सांस फूल जाती है? क्या आप डाॅक्टर के पास जाते हैं और डॉक्टर आपको कहता है की आपको कुछ नहीं है या आपकी सारी रिपोर्ट्स नॉर्मल निकलती है?
तो समझ जाइए की ये सारे लक्षण एड्रिनल फैटिग (Adrenal Fatigue) के हैं। जब हमें लंबे समय तक स्ट्रेस रहता है तो हमारा इम्यून सिस्टम इसके विरुद्ध रिस्पॉन्ड करना शुरू करता है।
हमारी एड्रिनल ग्लैंड जो की हमारे किडनी के ऊपर स्तिथ होती है कार्टिसोल (Cortisol Hormone) और एड्रेनालाइन (Adrenaline) रिलीज करना शुरु कर देती है, जिसके कारण हमारा ब्लड प्रेशर और हार्ट बीट बढ़ जाती है।
जब हमें लंबे समय से स्ट्रेस होता है कोर्टिसोल हमारे शरीर से लगातार निकला करता है जो की एड्रिनल फैटिग (Adrenal Fatigue) का कारण बनता है।
एड्रिनल फैटिग के लक्षण - Symptoms of Adrenal Fatigue in Hindi
1) लगातार थकान बने रहना, खासतौर पर सुबह और शाम में
2) कमजोर इम्यून सिस्टम (Weak Immune System) बार-बार बीमार होना
3) एलर्जी का बढ़ जाना या बार बार एलर्जी हो जाना
4) डिप्रेशन या अवसादग्रसित होना
5) मीठा, नमक या फैट से बनी चीजों का बार बार खाने का मन करना
6) शरीर में हार्मोन का असंतुलन (Hormonal Imbalance) होना
7) ऑटोइम्यून बीमारियां (Autoimmune Disease) होना
8) सेक्स में रुचि ना होना
9) औरतों में पीएमएस (PMS) और मोनोपॉसल (Menopause) लक्षणों का बढ़ना
10) पेट का निकल आना
11) बार बार भूलना और चीजों को लेकर भ्रमित होना
12) छोटे छोटे काम को करने में भी सांस का फूल जाना
13) गर्दन और गर्दन के नीचे बिना कारण के लगातार दर्द होना
14) लगातार कब्ज रहना और बार बार एसिड और गैस बनना
एड्रिनल फैटिग में क्या खाना चाहिए - Treatment of Adrenal Fatigue in Hindi
एड्रिनल फैटिग कोई बीमारी नहीं है बल्कि यह एक सिंड्रोम है जो की हमारा शरीर लंबे समय तक स्ट्रेस में रहने के कारण रिस्पॉन्ड देता है।
इसके लिए डॉक्टर्स कोई दवाई या थैरेपी नहीं सजेस्ट करते बल्कि इसके लिए आपको अपनी लाइफस्टाइल चेंज करनी होती है।
जैसे रेगुलर एक्सरसाइज और बैलेंस डाइट। आइए आपको बताते हैं की एड्रिनल फैटिग ( Adrenal Fatigue Treatment In Hindi) में आपको कैसी डाइट लेनी चाहिए और क्या करना चाहिए।
1) हरी पत्तेदार सब्जियां जरूर खाएं
2) दही को अपनी डाइट में शामिल करें
3) विटामिन C, विटामिन B और मैग्नेशियम की भरपूर मात्रा लें।
4) कॉफी, चाय और कम शक्कर वाली चीजें लें
5) अल्कोहल, मैदा और फास्टफूड्स का सेवन ना करें
6) प्रोटीन की भरपूर मात्रा लें
7) फल और सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करें
8) सुबह 10 बजे के पहले ही अपना ब्रेक फास्ट जरूर ले लें
9) हर 2 से 4 घण्टे में कुछ ना कुछ लेते रहें
10) पोटेशियम रिच फूड्स ना लें जैसे ड्राई फ्रूट्स, बीन्स, केला, आलू ईत्यादि
11) कोकोनट ऑयल और बटर को डाइट में शामिल करें
12) समुंद्री नमक का इस्तेमाल करें।