एल्कलाइन फोस्फाटेस (Alkaline Phosphatase) जिसे हम ALP भी कहते हैं एक एंजायम होता है जो हमारे शरीर के सभी टिश्यू में पाया जाता है।
लेकिन इसकी सबसे अधिक मात्रा हड्डियों, लिवर, गुर्दे, आंत और प्लेसेंटा में पाई जाती है।
एल्कलाइन फोस्फाटेस का लगभग 80% भाग हमारे लिवर और बोन में पाया जाता है और बाकी का 20% गुर्दे, आंत और प्लेसेंटा में पाया जाता है।
एल्कलाइन फोस्फाटेज का हमारे शरीर में काम
एल्कलाइन फोस्फाटेज (Alkaline Phosphatase) हमारे शरीर में कई काम करता है। यह हमारे भोजन को पचाने और हड्डियों को मजबूत बनाये रखने में मदत करता है
पोषक तत्व और एंजाइम को लिवर में लाने और ले जानें का काम करता है।
ALP शरीर की हड्डियों के विकास और उनको स्वस्थ बनाए रखने में मदत करता है
ALP कैल्शियम और फॉस्फेट को हमारी आतों से हड्डियों, मांशपेशियो और नर्व सेल तक ले जानें में सहायक होती है, ताकि ये अपने सामान्य कार्य कर सकें।
ALP फैटी एसिड्स के ट्रांसपोर्टेशन में सहायता करती है ताकि एडिपोज टिश्यू में एनर्जी स्टोर हो सके।
यह गर्भ के दौरान बच्चों के सेल के विकास में सहायता करती है।
यह सेल को डैमेज होने से भी रोकती है।
ALP टेस्ट क्यों करवाया जाता है - Alkaline Phosphatase (ALP) Test in Hindi
हाई एल्केलाइन फॉस्फेटेस (ALP) का इलाज
ALP टेस्ट क्यों करवाया जाता है - Alkaline Phosphatase (ALP) Test in Hindi
अल्कलाइन फोस्फाटेस (Alkaline Phosphatase) टेस्ट डॉक्टर आपके लिवर और बोन की कंडीशन का पता लगाने के लिए करते हैं।
आपके लिवर और बोन में किसी तरह की समस्या होने पर यह टेस्ट डॉक्टर को आगे की बिमारी को डायग्नोस करने में सहायता करता है।
हालांकी ALP का बढ़ा या घटा होना अकेले किसी बिमारी को नहीं दर्शाता, इसके लिए डॉक्टर साथ में और भी जांच लिखता है ताकि सही स्तिथि का अंदाजा लग पाए।
ALP की नॉर्मल रेंज क्या होती है
हमारे ब्लड में अल्कलाइन फोस्फाटेस (Alkaline Phosphatase) की नॉर्मल वैल्यू 20 से 140 U/L होती है। यह वैल्यू हर लैब के हिसाब से अलग अलग होती है।
बढ़ते बच्चों में और गर्भावस्था के दौरान इसकी वैल्यू बढ़ी हुई रहती है।
जिनको HIV होता है या जो औरतें बर्थ कंट्रोल दवाइयां लेती हैं उनका भी स्तर असामान्य रहता है
ALP के बढ़े होने का क्या कारण होता है
अल्कलाइन फोस्फाटेस (ALP) का सामान्य से ज्यादा स्तर लिवर या बोन की समस्या को दर्शाता है। जैसे की
1) हेपेटाइटिस
2) लिवर कैंसर
3) लिवर सिरोसिस
4) बाइल डक्ट में अवरोध
5) गॉलब्लैडर में इन्फ्लेमेशन
6) विटामिन D और कैल्शियम की कमी
7) पेजेट्स डिजीज (Paget's Disease)
8) बोन कैंसर
9) ओस्टियोपोरोसिया (Osteoporosis)
10) हृदय का ढंग से काम ना करना
ALP का असामान्य लो लेवल क्या दर्शाता है
अल्कलाइन फोस्फाटेस (Alkaline Phosphatase) का कम होना भी कई बीमारियों को दर्शाता है जैसे
1) कुपोषण
2) जिंक और मैग्नेशियम की कमी
3) ऑटोइम्यून एनीमिया
4) विल्सन डिसीज
5) अल्सरेटिव कोलाइटिस
6) क्रोहन डिजीज (crohn's disease)
7) सेलियक डिजीज (celiac disease)
8) अपलास्टिक एनीमिया
9) बौनापन
10) हाइपोफॉस्फेटसिया
किन लक्षणों के होने पर टेस्ट करवाए
1) उल्टी या उल्टी महसूस होना
2) वजन का कम होते जाना
3) थकान
4) कमजोरी
5) पीलिया होना
6) पेट में दर्द
7) लगातार खुजली
8) गाढ़े रंग का मल मूत्र होना
9) हड्डियों के जोड़ों में दर्द
10) हड्डियों का कहीं से भी निकल आना या गांठ बन जाना
हाई एल्केलाइन फॉस्फेटेस (ALP) का इलाज
1) अल्कलाइन फॉस्फेट (ALP) बढ़े होने पर पहले तो डॉक्टर इसके बढ़े होने का कारण पता लगा कर इसका इलाज करता है। बच्चों और टीनेजर्स में अल्कलाइन फॉस्फेट (ALP) एक सीमा तक बढ़ा हुआ ही आता है।
2) अगर आपको कोई लिवर या हड्डियों की बीमारी है तो उसका ईलाज करवाएं अल्कलाइन फॉस्फेट (ALP) अपने आप ही नॉर्मल हो जाएगा।
3) अल्कलाइन फॉस्फेट (ALP) हाई होने पर डॉक्टर कुछ दवाईयां देता है जो अल्कलाइन फॉस्फेट (ALP) कम करने में सहायता करती हैं जैसे
N-Acetyle Cysteine, Vitamin-C, Taurine, L-Carnitine और Cinacalcet,
इन दवाईयों को डॉक्टर की सलाह पर ही लें
4) अगर आप गर्भ निरोधक गोलियां ले रहीं हैं तो उसको डॉक्टर की सलाह से बंद कर दें, गर्भ निरोधक गोलियों की वजह से भी अल्कलाइन फॉस्फेट (ALP) का स्तर बढ़ जाता है।
5) अगर आप एंटी डिप्रेसेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी या स्टीरॉयड ले रहें हों तो उसके कारण भी अल्कलाइन फॉस्फेट (ALP) बढ़ जाता है। कोई भी दवाई लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
6) अगर आप अधिक जिंक वाला भोजन कर रहें हो तो उसके कारण भी अल्कलाइन फॉस्फेट (ALP) बढ़ जाता है। क्योंकि जिंक ALP के मुख्य घटकों में एक होता है। मांस का सेवन बंद कर दें ALP अपने आप कम हो जाएगा।
7) ऐसे भोजन खाएं जिनमें कॉपर की मात्रा अधिक हो जैसे बादाम, सूर्य मुखी का तेल, दालें, डार्क चॉकलेट, खुबानी, एस्प्रेगस ईत्यादि।
8) दूध, पनीर, दही, मट्ठा, मशरूम आदि ALP लेवल को कम करने में सहायता करते हैं।
9) विटामिन D की समुचित मात्रा या धूप में बैठना भी ALP लेवल को काफी हद तक कम कर देता है।
10) अगर आप रेगुलर योग करते हैं तो भी आपका ALP लेवल नियंत्रण में रहेगा।
अकेले अल्कलाइन फॉस्फेट (ALP) लेवल का घटा होना या बढ़ा होना अधिकतर मामलों में बीमारी को प्रदर्शित नहीं करता।
पूरी जानकारी के लिए अन्य टेस्ट भी करवाएं और ऊपर लिखे गए कारणों को समझें जिनके कारण ALP का स्तर बढ़ या घट सकता है।
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