Estradiol Blood Test in Hindi - एस्ट्रेडियोल टेस्ट जिसे हम E2 (E2 test in hindi) भी कहते हैं एक तरह का एस्ट्रोजन हार्मोन (Estrogen Hormone) होता है।
यह हार्मोन महिलाओं के जनन तंत्र को विकसित करने का काम करता है। जैसे
1) गर्भाशय (Uterus)
2) फलोपियन ट्यूब (Fallopian Tube)
3) प्रजनन नलिका (Vagina)
4) ब्रेस्ट (Brest)
महिलाओं में यह हार्मोन ओवरीज, ब्रेस्ट, एड्रिनल ग्रन्थि और गर्भ में पल रहा शिशु बनाता है।
यह हार्मोन महिलाओं वाले गुण विकसित करने में सहायता करता है और महिलाओं की हड्डियों और जोड़ों का भी ध्यान रखता है।
पुरुषों में भी एस्ट्रेडियोल हार्मोन (Estradiol) होता है लेकिन यह बहुत ही कम मात्रा में होता है।
पुरुषों में यह हार्मोन एड्रिनल ग्रन्थि (Adrenal Gland) और अंडकोष (Testicles) द्वारा बनाया जाता है।
अगर पुरुषों में लडकियों वाले लक्षण दिख रहें हैं तो इस हार्मोन की वैल्यू देखी जाती है।
महिलाओं में युवावस्था से 40 साल तक इसका स्तर ज्यादा होता है और इसके बाद ये कम होने लगता है।
यह हार्मोन ओवरी के स्वास्थ (Ovary Function) की जानकारी देने में बहुत सहायक है।
एस्ट्रेडियोल टेस्ट क्यों करवाया जाता है - Symptoms of Abnormal Estradiol Test in Hindi
एस्ट्रेडियोल (Estradiol) टेस्ट औरतों में मुख्यता कुछ कारणों का पता लगाने के लिए किया जाता है जैसे
1) असामान्य मासिक धर्म
2) असामान्य खून बहना पीरियड्स के दौरान
3) बांझपन
4) मेनोपॉज (Menopause) के लक्षण होने पर
5) ओवरी की प्रॉपर फंक्शनिंग पता लगाने के लिए
6) महिलाओं में छाती के कैंसर (Brest Cancer) का पता लगाने के लिए
7) लड़कियों में जल्दी होने वाले प्यूबर्टी (Puberty) को पता करने में
वहीं पुरुषों में एस्ट्रेडियोल टेस्ट निम्न दिक्कतें पता लगाने में किया जाता है
1) पुरुषों में सीने के ट्यूमर या बढ़ी हुई महिलाओं जैसी छाती का कारण पता लगाने में
2) पुरुषों में प्यूबर्टी (Puberty) देर से क्यों हो रही है पता लगाने में
3) पुरुषों में महिलाओं वाले लक्षण दिखने पर
एस्ट्रेडियोल टेस्ट की लो वैल्यू क्या दर्शाती है - Cause of Low Estradiol Test in Hindi
1) हाइपोपिट्यूटेरिज्म (Hypopituitarism)
2) टेस्टोस्टेरोन का कम स्तर पुरुषों में (Hypogonadism)
3) रजोनिवृत्ति (Menopause)
4) पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS)
5) महिलाओं के गुण का कम विकसित होना
एस्ट्रेडियोल की अधिक वैल्यू आने का मतलब - Cause of High Estradiol Test in Hindi
1) समय से पहले जवान होना (महिलाओं में)
2) ओवेरियन ट्यूमर (Ovarian Cancer)
3) एड्रिनल ग्रन्थि का ट्यूमर (महिलाओं और पुरूषों में)
4) पुरुष के स्तन का बड़ा आकार (Gynecomastia)
5) टेस्टिकुलर ट्यूमर (पुरुषों में)
6) देर से जवान होना (पुरुषों में)
7) हाईपर थाइरॉइडिजम (महिलाओं और पुरुषों में)
8) सिरोसिस (महिलाओं और पुरुषों में)
कौन सी चीजें एस्ट्रेडियोल के रिजल्ट को प्रभावित कर सकती हैं - What Factors Affect Estradiol Test in Hindi
1) गर्भनिरोधक गोलियां
2) ग्लूकोकॉर्टिकॉइड (Glucocorticoids)
3) एस्ट्रोजन थैरेपी
4) फेनोथियाज़िन (Phenothiazines)
5) टेट्रासाइक्लिन और एम्पीसिलीन एंटीबायोटिक
6) खून की कमी (Anemia)
7) किडनी की बीमारी
8) हाई ब्लड प्रेशर
9) लिवर की बिमारी
एस्ट्रेडियोल का स्तर (Level of Estradiol) हर समय अलग अलग होता है इसलिए डॉक्टर आपको एक निश्चित समय पर टेस्ट करवाने को बोलता है।
एस्ट्रेडियोल अधिक होने के लक्षण क्या हैं - Symptoms of High Estradiol Test in Hindi
1) सेक्स में रुचि ना होना
2) असामान्य पीरियड्स और ब्लीडिंग
3) पेट के नीचे भारी भारी सा लगना या भरा सा महसूस होना
4) ब्रेस्ट में सूजन
5) सरदर्द
6) मूड का तेजी से बदलना
7) ब्रेस्ट में गांठ होना
8) बार-बार पेशाब लगना
9) वजन कम होना
10) पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना
11) हल्का सा भी खाने पर पेट भरा हुआ लगना
अगर पुरुषों में यह हार्मोन ज्यादा है तो उनमें महिलाओं जैसे गुण विकसित होने लगते हैं।
एस्ट्रेडियोल (Estradiol) टेस्ट कैसे होता है
एस्ट्रेडियोल टेस्ट ब्लड से, लार से या 24 घण्टे की यूरीन से भी होता है।
इसके लिए कोई फास्टिंग की जरूरत नहीं होती आप जब चाहें तब ये टेस्ट करवा सकते हैं।
एस्ट्रेडियोल (Estradiol) टेस्ट के साथ और कौन से टेस्ट करवाने चाहिए
एस्ट्रेडियोल टेस्ट के साथ डॉक्टर LH, FSH और PRL टेस्ट लिखता है।
एस्ट्रेडियोल टेस्ट (Estradiol Test) की कीमत कितनी होती है - Estradiol Test Price in Hindi
एस्ट्रेडियोल टेस्ट की कीमत लगभग 2000 रुपए होती है। हर लैब और शहर में यह कीमत अलग अलग होती है।
एस्ट्रेडियोल की नॉर्मल वैल्यू क्या होती है - Estradiol Test Normal Range in Hindi
एस्ट्रेडियोल की नॉर्मल वैल्यू 15 pg/mL से 350 pg/mL के बीच में होती है।
मेनोपॉज होने के बाद यह वैल्यू 10 pg/mL से कम होनी चाहिए।
पुरुषों में यह वैल्यू 10 pg/mL से 50 pg/mL के बीच होनी चाहिए।
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ब्लड टेस्ट