इस वक्त भारत में हर दूसरा आदमी कब्ज से पीड़ित है।
कब्ज यानी की आपका पेट ढंग से साफ ना हो पाना और मल का टाईट हो जाना।
हमारा पचा हुआ भोजन बड़ी आंत से होता हुआ मलाशय की ओर जाता है और जब यह पचा हुआ भोजन मलाशय में लंबे समय तक रुक जाता है तो यह सूख जाता है और कब्ज बना देता है।
फाइबर और पानी की समुचित मात्रा इस पचे हुए भोजन को नरम रखती है और मलाशय से बाहर निकालने में सहायता करती है।
कब्ज की वजह से हमें पेट में गैस, एसिडिटी, पेट दर्द, पेट में भारीपन, मुंह से दुर्गंध आना, बवासीर और अन्य पेट की बीमारियों का सामना करना पड़ता है।
कब्ज एक ऐसी बीमारी है जो एक दिन में नहीं होती है यह धीरे-धीरे आपकी खान-पान कि आदतों और लाईफ स्टाइल के कारण होती है।
आज हम जानेंगे की ऐसी कौन सी वजह (Constipation Causes in Hindi) हैं जिनकी वजह से हमको कब्ज हो सकती है।
कब्ज क्यों होता है - Causes of Constipation in Hindi
पर्याप्त पानी ना पीना - हमें एक दिन में लगभग 5 लीटर पानी अवश्य पीना चाहिए।
अगर हम पानी कम पियेंगे तो हमारा भोजन सही से पच नहीं पायेगा और पचा हुआ भोजन बहुत सख्त हो जाएगा।
जिसके कारण हमको कब्ज हो जायेगी।
शारीरिक मेहनत ना करना - जो लोग शारीरिक श्रम नहीं करते हैं उनको सबसे ज्यादा कब्ज होती है।
शारीरिक श्रम ना करने पर हमारा भोजन बहुत देर से पच पाता है जिसके कारण यह हमारी आंतो में सूख कर चिपक जाता है और कब्ज कर देता है।
अगर आप शारीरिक श्रम नहीं कर सकते तो डेली वॉक और योगा जरूर करें।
खाने में फाइबर की मात्रा ना होना - जिन लोगों के भोजन में फाइबर की मात्रा नहीं होती है या बहुत कम होती है उनको कब्ज होने की संभावना सबसे अधिक होती है।
फाइबर पानी के साथ मिलकर भोजन को पचाने में सहायता करते हैं।
फाइबर हमारे पचे हुए भोजन को सॉफ्ट करते हैं जिससे की यह पचा हुआ भोजन आसानी से निकल जाता है।
दाल, सब्जियां, फल और अनाज में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है। इनको हमें अपने भोजन में जरूर शामिल करना चाहिए।
जंक फूड खाना - जंक फूड जैसे पिज्जा, बर्गर, नूडल्स, कोल्ड ड्रिंक्स, प्रोसेस्ड और पैक्ड फूड ईत्यादि का सेवन भी कब्ज का प्रमुख कारण है।
ये सब फूड में फाइबर ना के बराबर होता है और वसा या फैट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है,
इसलिए हमारे पेट को इसे पचाने में बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ती है। जिसके कारण यह कब्ज बना देता है।
दवाइयों का सेवन - कुछ ऐसी दवाईयां होती हैं जिनको खाने से कब्ज की समस्या हो जाती है।
जैसे पेन किलर, फेनटोइन, ब्लड प्रेशर की दवा, पेशाब बढ़ाने की दवा (डायरेटिक्स), आयरन और हेल्थ सप्लीमेंट, कैल्शियम की गोली, एसिड रोकने की दवाई ईत्यादि।
ये सब दवाईयां कब्ज को बढ़ाती हैं। इन दवाइयों को डॉक्टर से पूछ कर ही खाएं।
IBD नामक बीमारी - कुछ लोगों को इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम नामक बीमारी होती है।
जिसके कारण भी कब्ज हो जाता है। यह बीमारी एक साथ कई और दिक्कतों को लेकर आती है।
आईबीडी एक ऑटोइम्यून बीमारी है। इसके ईलाज के लिए आपको किसी पेट के डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
दिनचर्या नियमित ना रखना - अगर आप अपने फ्रेश होने का समय नियमित नहीं रखेंगे तो भी आपको कब्ज हो जायेगी।
कुछ लोग कभी सुबह फ्रेश होने जायेंगे तो कभी दोपहर में, यह आदत हमारे शरीर का रूटीन बिगाड़ देती है जिसके कारण हमें कब्ज हो जाती है।
अपना सुबह का वक्त एक डिसाइड कर लें और उसी वक्त फ्रेश हों अगर उस वक्त आपको प्रेशर ना बन रहा हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।
डॉक्टर आपको कुछ दवाईयां देगा फिर आपका समय नियमित हो जायेगा
चाय और काफी का अधिक सेवन - चाय और कॉफी का अधिक सेवन भी कब्ज को बढ़ाता है।
अगर आप चाय या काफी प्रतिदिन 2 कप से अधिक ले रहें हैं तो आपको कब्ज होने की संभावना 70% तक बढ़ जाती है।
अधिक तनाव लेना - अगर आप अधिक टेंशन में जी रहें हैं तो आपको कब्ज होने की संभावना बहुत अधिक है।
अधिक टेंशन लेने से हमारा पाचन तंत्र प्रभावित होता है जिसके कारण हमें कब्ज हो जाती है।
तनाव दूर करने के लिए नियमित रूप से योगा करें।
डेयरी उत्पाद का अधिक सेवन - दूध या दूध से बने पदार्थों का अधिक सेवन भी आपको कब्ज दे देता है।
आपको दूध या दूध से पदार्थों का बहुत अधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
इन पदार्थों में प्रोटीन की अधिकता होती है और ये देर से पचते हैं जिसके कारण हमें कब्ज हो जाती है।
गर्भावस्था - गर्भावस्था में महिलाओं को कब्ज होना बहुत ही आम बात है।
आप डॉक्टर से सलाह लेकर दवाईयां ले सकती हैं।
जैसे ही आपकी डिलीवरी होगी धीरे धीरे करके आपका कब्ज ठीक हो जायेगा।
सोने के ठीक पहले खाना खाना - इसके कारण यह भोजन हमारे शरीर में बिना पचे पड़ा रहता है और कब्ज बना देता है।
भोजन हमेशा सोने के 3 से 4 घण्टे पहले ही कर लेना चाहिए अन्यथा ये अन्य बीमारियों को भी न्यौता देता है।