Urine/Blood Myoglobin Test in Hindi - आज हम जानेंगे की मायोग्लोबिन टेस्ट क्या होता है और यह टेस्ट शरीर में किस बीमारी का पता लगाने के लिए किया जाता है।
मायोग्लोबिन क्या होता है - What is Myoglobin in Hindi
मायोग्लोबिन एक प्रकार का प्रोटीन होता है जो मुख्यता हृदय की मांसपेशियों और स्केल्टन मसल्स में पाया जाता है।
इसका काम हृदय की मांसपेशियों और स्केल्टन मांसपेशियों को ऑक्सीजन सप्लाई करना होता है।
जब कभी हमारी मांसपेशियों में डैमेज होता है तो हमारा शरीर इसे अधिक मात्रा में बनाने लगता है।
जिसके कारण यह ब्लड में अधिक मात्रा में आ जाता है और फिर हमारी किडनी इसे फिल्टर करके यूरीन के रास्ते निकाल देती है।
इसीलिए मायोग्लोबिन टेस्ट की जांच ब्लड और यूरीन दोनों से की जा सकती है। ब्लड में मयोग्लोबीन का स्तर मसल्स डैमेज होने के 2 घण्टे के अंदर बढ़ने लगता है।
किन लक्षणों के होने पर डॉक्टर मयोग्लोबीन टेस्ट लिखता है - Symptoms of High Myoglobin in Urine/Blood
1) हार्ट अटैक का अंदेशा होने पर
2) मांसपेशियों में दर्द
3) डार्क रंग की पेशाब
4) बुखार
5) थकान
6) उल्टी या उल्टी जैसी फीलिंग आना
7) पेट में दर्द
हालांकि अब मयोगलोबिन टेस्ट का इस्तेमाल हार्ट अटैक का पता लगाने को नहीं किया जाता।
हार्ट अटैक का पता लगाने के लिए ट्रोपोनिन टेस्ट किया जाता है जो मयोगलोबिन से अधिक सटीक जानकारी देता है।
मयोगलोबीन टेस्ट के साथ और कौन से टेस्ट करवाने चाहिए
डॉक्टर बीमारी का सही अनुमान लगाने के लिए मयोगलोबीन के साथ कुछ और टेस्ट भी करवाता है जैसे
1) CBC
2) Kidney Function Test
3) CPK
4) ECG
5) इलेक्ट्रोलाइट
यह सारे टेस्ट मिलकर डॉक्टर को बीमारी की एक सही पिक्चर दिखाते हैं। जो उसको सही तरीके से ईलाज करने में सहायता करते हैं।
मयोगलोबीन टेस्ट की नॉर्मल वैल्यू कितनी होती है - Normal Range of Myoglobin Test in Hindi
मयोगलोबीन की वैल्यू पुरूष और महिला दोनों में अलग अलग होती है।
पुरूषों में मयोगलोबिन की नॉर्मल वैल्यू 91 ng/mL से कम होनी चाहिए।
जबकि महिलाओं में मयोगलोबिन की नॉर्मल वैल्यू 63 ng/mL से कम होनी चाहिए। हर लैब में यह रेफरेंस रेंज अलग अलग हो सकती है।
पेशाब में मायोग्लोबिन की सामान्य वैल्यू 1 mg/L से कम होनी चाहिये।
मयोगलोबीन और हिमोग्लोबिन में क्या फर्क होता है
हमारे शरीर में मयोगलोबिन और हिमोग्लोबिन दोनों का काम ऑक्सीजन सप्लाई करने का होता है।
हिमोग्लोबिन एक प्रोटीन होता है जो रेड ब्लड सेल्स में पाया जाता है और इसको लाल रंग देता है।
हिमोग्लोबिन का मुख्य काम फेफड़ों से ऑक्सीजन पूरे शरीर में सप्लाई करने का होता है।
जबकि मयोगलोबिन मुख्यता मांशपेशियों में पाया जाता है। हिमोग्लोबिन की तरह यह हमारे ब्लड में नहीं पाया जाता, यह हमारे ब्लड में तभी आता है जब कोई मांशपेशियां डैमेज होती हैं।
मयोगलिबिन का हमारे ब्लड या यूरीन में अधिक मात्रा में होना क्या बताता है - High Level of Myoglobin in Urine in Hindi
1) कोई एक्सीडेंट या मांशपेशियों में चोट
2) हार्ट अटैक
3) ऑपरेशन के कारण भी इसका स्तर बढ़ जाता है
4) मस्कुलर डिस्ट्रोफी नामक बीमारी
5) म्योसाइटिस (Myositis)
6) ऑक्सीजन की कमी
7) जलने पर
8) ब्लड क्लॉट होने पर
9) सांप काटने या कोई जहर खाने पर
10) Rhabdomyolysis होने पर
11) दौरे पड़ने पर
म्योग्लोबिन टेस्ट की कीमत - Cost of Myoglobin Test in Hindi
म्योग्लोबीन टेस्ट की कीमत 1200 रुपए के करीब होती है। हर शहर और लैब में इसकी कीमत अलग अलग होती है।
नोट: म्योग्लोबिन टेस्ट कोई रूटीन टेस्ट नहीं होता है। यह हार्ट अटैक आने पर अथवा कोई एक्सिडेंट होने अथवा ट्रॉमा की सिचुएशन में ही करवाया जाता है।
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