Trace of Protein in Urine in Hindi - आज हम जानेंगे की पेशाब में प्रोटीन आने का क्या कारण होता है और यह कौन सी बीमारी को दर्शाता है।
हमारी किडनी का मुख्य काम शरीर के विषाक्त पदार्थों को छान कर बाहर निकालना होता है।
लेकिन जब कभी किडनी में कोई समस्या हो जाती है तो हमारे यूरीन से प्रोटीन भी बाहर आने लगता है।
थोड़ा बहुत प्रोटीन आना एक नॉर्मल बात है। लेकिन जब यह प्रोटीन अधिक मात्रा में आने लगता है तो इस स्थिति को प्रोटीनुरिया (Proteinuria) कहते हैं।
हमारे ब्लड में एल्ब्यूमिन नामक प्रोटीन होता है। सामान्यता प्रोटीन बड़े मॉलिक्यूल्स होते हैं और किडनी इनको फिल्टर नहीं कर पाती।
क्योंकि किडनी के फिलटर्स बहुत छोटे होते हैं और इतने बड़े मॉलिक्यूल्स को गुजरने नहीं देती।
लेकीन जब हमारी किडनी डैमेज हो जाती है या डैमेज होने लगती है तो हमारी किडनी के फिल्टर्स एल्ब्यूमिन नामक प्रोटीन को रोक नहीं पाते और यह पेशाब के रास्ते निकलने लगता है।
यह किडनी की बीमारी का पहला लक्षण होता है। Protein in Urine टेस्ट की सहायता से आप किडनी में प्रोटीन का पता लगा सकते हैं।
यूरीन में प्रोटीन आने के लक्षण - Symptoms of Protein in Urine in Hindi
1) हाथों और पैरों में सूजन
2) शरीर में खुजली होना
3) थकान
4) पेशाब में खून या झाग आना
5) वजन का कम होना और भूख खत्म हो जाना
6) मांशपेशियों में ऐंठन
7) सांस फूलना
8) भ्रमित रहना
9) नींद पूरी ना होना
10) उल्टी या उल्टी जैसा महसूस होना
11) बार बार पेशाब आना
पेशाब में प्रोटीन आने का कारण - Causes of Protein in Urine in Hindi
पेशाब में प्रोटीन आने के कई कारण होते हैं। कुछ कारण अस्थाई होते हैं और उनमें घबराने की कोई बात नहीं होती जैसे
1) डिहाइड्रेशन
2) बुखार
3) अधिक कसरत या मेहनत के कारण
4) बहुत अधिक ठंड लगना
5) अधिक प्रोटीन डाइट लेना
इसके अलावा कुछ कारण ऐसे होते हैं जिनको गंभीरता से लेने की जरूरत होती है जिनके कारण पेशाब में प्रोटीन आने लगता है जैसे
1) किडनी का डैमेज होना
2) हाई ब्लड प्रेशर
3) डाइबिटीज
4) पेशाब के रास्ते में संक्रमण
5) ल्युपस
6) नेफ्रोटिक सिंड्रोम
7) किडनी में इंफेक्शन
8) एंडोकार्डाइटिस (Endocarditis)
9) ग्लोमेरूलोनेफ्राइटिस (Glomerulonephritis)
10) मलेरिया
11) सिकल सेल एनीमिया
12) अमाइलॉइडोसिस (Amyloidosis)
पेशाब में नॉर्मल प्रोटीन का स्तर - Urine Protein Normal Range in Hindi
अगर आपने रैंडम यूरीन का सैंपल दिया है तो उस स्थिति में यूरीन में एल्ब्यूमिन (प्रोटीन) की मात्रा 20 mg/dL से कम होनी चाहिए।
वहीं अगर आपने 24 घण्टे यूरीन को इखट्टा करके सैंपल दिया है तो उस सैंपल में प्रोटीन की मात्रा 0.15 ग्राम प्रति दिन से कम होनी चाहिए।
हर लैब में यह मानक अलग अलग होता है। आप सटीक जानकारी के लिए लैब की रिपोर्ट में दिए गए रेफरेंस रेंज को पढ़ें।
यूरीन प्रोटीन टेस्ट की कीमत - Cost of Protein in Urine Test in Hindi
यूरीन प्रोटीन टेस्ट की कीमत 200 रुपए के करीब होती है। हर लैब और शहर में यह कीमत अलग अलग होती है।
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