Anti HCV Test in Hindi - आज हम जानेंगे की Anti HCV टेस्ट क्या होता है और यह टेस्ट कौन सी बीमारी को बताता है।
एंटी HCV टेस्ट क्या होता है - Anti HCV Blood Test in Hindi
Anti HCV टेस्ट का मतलब होता है हेपेटाइटिस C की
एंटीबॉडी देखना।
अगर कभी आपको हेपेटाइटिस का संक्रमण हुआ होगा तो आपके
रिर्पोट में हेपेटाइटिस C की एंटीबॉडी आ जायेगी।
रिपोर्ट में Anti HCV
पॉजिटिव या Anti HCV रिएक्टिव लिख कर आएगा।
हालंकि हेपेटाइटिस C पॉजिटिव या
रिएक्टिव आने का यह मतलब बिलकुल नहीं नही है की आप अभी भी हेपटाइटिस C से
संक्रमित हैं।
आपके संक्रमण को कन्फर्म करने के लिए डॉक्टर HCV RNA
Quantitative टेस्ट करवाता है।
अगर इसमें आपकी वैल्यू आती हैं तो आप
हेपेटाइटिस C संक्रमित माने जाते हैं और फिर डॉक्टर आपको इसके ईलाज के लिए
रेफर करता है।
अगर आपका Anti HCV निगेटिव आता है तो आपको HCV RNA
Quantitative टेस्ट करवाने की कोई जरूरत नहीं है।
हेपेटाइटिस C की जांच किसे करवानी चाहिए - Higher Risk Group of Anti HCV Test in Hindi
1) अगर आपके परिवार में किसी को हेपेटाइटिस C हुआ हो
2) जिसको लिवर की कोई बीमारी हो
3) जो ड्रग्स या नशीले पदार्थों का इंजेक्शन लेता हो
4) हेल्थकेयर में काम करने वाले सभी लोग
5) जिसको गलती से कोई संक्रमित सुई लग गई हो
6) जिसकी डायलिसिस हो रही हो
7) जिनको सन् 1990 के पहले खून चढ़ा हो
8) जिसने किसी अपरिचित या संक्रमित व्यक्ती के साथ सेक्स किया हो
9) जिसको एचआईवी इंफेक्शन हो
10) जो जेल में रहा हो
11) जो शराब का अधिक सेवन करता हो
हेपेटाइटिस C का ईलाज - Treatment of Positive Anti HCV Test in Hindi
हेपेटाइटिस सी का ईलाज बहुत ही आसान किन्तु थोड़ा महंगा है।
हेपेटाइटिस C टेस्ट रिएक्टिव आने पर डॉक्टर HCV RNA Quantitative टेस्ट लिखता है और इस टेस्ट में वायरल लोड पाए जाने पर डॉक्टर आपका ईलाज शुरू करता है।
यह ईलाज सिर्फ 3 महीने का होता है और तीन महीने के ईलाज के बाद आप ठीक हो जाते हैं।
लेकिन इसके ईलाज में लापरवाही नहीं करनी चाहिए अन्यथा हेपेटाइटिस C आगे चलकर लिवर कैंसर में बदल जाता है।
अगर आपको पहले से ही लिवर सिरोसिस या लिवर फाइब्रोसिस है तो आपके ईलाज की अवधि बढ़ जाती है और ईलाज में सफल होने की दर भी कम हो जाती है।
हेपेटाइटिस सी के साथ और कौन कौन सा टेस्ट करवाना चाहिए
Anti HCV टेस्ट के साथ डॉक्टर मुख्यता LFT और CBC टेस्ट करवाते हैं।
अगर आपका Anti HCV टेस्ट रिएक्टिव निकलता है तो डॉक्टर आपको HCV RNA Quantitative, अल्ट्रासाउंड और फैबरोस्कैन (Fibroscan) करवाने को कहता है।
हेपेटाइटिस C के मरीजों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए
1) कभी भी अपना ब्रश, टॉवल, रेजर और नेल कटर किसी के साथ शेयर ना करें।
2) शरीर में चोट लगने या खून बहने पर जिससे भी पट्टी बंधवाए या ड्रेसिंग करवाएं उसको ग्लोव्स जरूर पहनने को बोलें।
3) असुरक्षित यौन संबंध ना बनाएं अन्यथा आप दूसरे को संक्रमित कर सकते हैं।
4) अगर आप गर्भवती हैं तो डॉक्टर के अनुसार ही दवा का सेवन करें।
एंटी एचसीवी टेस्ट कैसे किया जाता है
Anti HCV टेस्ट दो तरीकों से किया जाता है।
पहला टेस्ट होता रेपिड कार्ड टेस्ट, इस टेस्ट में मरीज का खून एक किट में डाला जाता है और अगर मरीज में हेपेटाइटिस की एंटीबॉडी होती है तो किट में पॉजिटिव की लाईन बन कर आ जाती है।
दूसरा तरीका होता है HCV Elisa टेस्ट, इस टेस्ट में आपके शरीर में एंटीबॉडी की वैल्यू आती है की आपके शरीर में हेपेटाइटिस की एंटीबॉडी कितनी हैं। इसमें नंबर्स में वैल्यू आती है।
इन दोनों में कोई भी टेस्ट रिएक्टिव या पॉजीटिव आने पर डॉक्टर HCV RNA Quantitative टेस्ट लिखता है।
हेपेटाइटिस सी की जांच कितने रुपए में होती है - Cost of Anti HCV Test in Hindi
हेपेटाइटिस सी की जांच अगर आप कार्ड से करवाते हैं तो यह 500 रुपए की होती है।
हेपेटाइटिस सी की जांच अगर आप Elisa मैथड से करवाते हैं तो यह 900 रुपए की पड़ती है।
हेपेटाइटिस सी की HCV RNA Quantitative जांच 7000 रुपए की होती है।
हेपेटाइटिस C वैक्सीन की कीमत
हेपेटाइटिस C वैक्सीन अभी तक नहीं बनी है। हेपेटाइटिस C से बचने के लिए आपको सावधानी रखनी होगी।
एक बार हेपेटाइटिस C होने पर आपको इसका ईलाज करवाना पड़ेगा।
नोट: एक बार हेपेटाइटिस C से संक्रमित हो जाने पर आपका रेपिड टेस्ट जीवन भर पॉजीटिव ही आएगा, ईलाज होने के बाद भी।
लेकिन इसका ये मतलब नहीं है की आप अभी भी संक्रमित हैं, इसका मतलब है की आपके शरीर में हेपेटाइटिस C की एंटीबॉडी है।
बीमारी का पता करने के लिए HCV RNA Quantitative टेस्ट करवाया जाता है।
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