Hydrocele Meaning in Hindi - हाइड्रोसील पुरुषों को होने वाला एक रोग है जिसमें पुरुषों के अंडकोष को सँभालने वाली थैली (Scrotum) में पानी भर जाता है।
इसके कारण पुरुषों के अंडकोष का आकार बढ़ जाता है और सामने से देखने में यह समाज में पुरुषों को काफी असहज महसूस करवाता है।
अक्सर यह एक अंडकोष में होता है लेकिन कई पुरुषों के यह दोनों अंडकोष में हो जाता है।
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यह रोग पुरुषों में अधिकतर 40 के बाद होता है। नवजात शिशुओं में हाइड्रोसील अक्सर हो जाता है लेकिन बच्चों में कई मामलों में यह अपने आप ही ठीक हो जाता है।
हाइड्रोसील के लक्षण - Symptoms of Hydrocele in Hindi
अंडकोष में सूजन और इसका आकार बढ़ जाना हाइड्रोसील का प्रमुख लक्षण होता है।
हाइड्रोसील में अंडकोष का आकार बढ़ने के कारण चलने फिरने में भी परेशानी होती है।
अधिकतर मामलों में यह दर्द नहीं करती लेकिन दर्द होने पर मरीज को डॉक्टर के पास अवश्य जाना चाहिए।
हाइड्रोसील होने का कारण - Cause of Hydrocele in Hindi
1) अंडकोष में चोट लगना
2) अंडकोष में संक्रमण होना
3) यौन रोग के कारण (STD)
4) अत्यधिक सेक्स करना
5) भारी वजन उठाने से
6) अंडकोष का कैंसर के कारण (दुर्लभ मामलों में)
7) नवजात शिशुओं में जन्म से
8) कई बार यह बिना कारण के भी हो जाता है
हाइड्रोसील के प्रकार - Types of Hydrocele in Hindi
हाइड्रोसील दो प्रकार का होता है एक कम्युनिकेटिंग हाइड्रोसील और दूसरा नॉन कम्युनिकेटिंग हाइड्रोसील
कम्युनिकेटिंग हाइड्रोसील में पुरुष के अंडकोष की थैली पूरी तरह से बंद नहीं होती जिसके कारण लिक्विड अंडकोष की थैली में भर जाता है।
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नॉन कम्युनिकेटिंग हाइड्रोसील में अंडकोष की थैली पूरी तरह से बंद होती है जिसके कारण लिक्विड अंदर ही भरा रहता है।
यह अधिकतर बच्चों में होती है और अधिकतर मामलों में खुद ही ठीक हो जाती है।
हाइड्रोसील का ईलाज - Treatment of Hydrocele in Hindi
हाइड्रोसील कोई खतरनाक रोग नहीं होता और ना ही इसकी वजह से अंडकोष पर कोई प्रभाव पड़ता है।
लेकिन यह बहुत असहज होता है और देखने पर खराब लगता है। साथ में चलने फिरने पर भी दिक्कत महसूस हो सकती है।
जब इसका आकार अधिक बढ़ जाए या दर्द अधिक होना शुरू हो जाए तो इसका ऑपरेशन करवा लेना चाहिए।
यह बहुत ही आसान और सुरक्षित होता है और अगले दिन ही मरीज को डिस्चार्ज कर दिया जाता है।
जो लोग ऑपरेशन नहीं करवाना चाहते वह एस्पिरेशन तरीके से भी इसका पानी निकलवा सकते हैं।
इसमें एक सुई के जरिए अंडकोष का पानी निकाल दिया जाता है। लेकिन एस्पिरेशन तरीके में हाइड्रोसील दुबारा हो जाती है।
हाइड्रोसील से कैसे बचें - Prevention From Hydrocele in Hindi
1) अंडकोष में चोट ना लगने दे
2) सेक्स बहुत जल्दबाजी में ना करें और ना ही अधिक तेजी से करें
3) बहुत अधिक वजन बिना सपोर्टर के ना उठाए
4) लंगोट का प्रयोग करें
हाइड्रोसील की जांच - Diagnosis of Hydrocele in Hindi
हाइड्रोसील की अधिकतर मामलों में जांच की आवश्कता नहीं होती क्योंकि ये देखकर ही पता चल जाते हैं।
ऑपरेशन के पहले डॉक्टर अल्ट्रासाउंड करवा कर जरुर देखता है।
हाइड्रोसील में क्या खाना चाहिए - What To Eat in Hydrocele in Hindi
1) फल खासतौर पर रसदार फल
2) फाइबर युक्त आहार
3) अदरक या अदरक की चाय
4) दही
5) विटामिन C युक्त भोजन
6) सुपाच्य भोजन (आसानी से पचने वाले भोजन)
7) खूब पानी पिएं
हाइड्रोसील में क्या ना खाएं - What Not To Eat in Hydrocele in Hindi
1) पिज्जा, बर्गर, नूडल्स और अन्य जंक फूड्स
2) कार्बोनेटेड ड्रिंक्स या कोल्ड ड्रिंक्स
3) आचार या अधिक मसाले वाला भोजन
4) कॉफी या चॉकलेट
5) अधिक नमक और चीनी वाले भोजन
6) शराब, सिगरेट और तंबाकू
7) मांस
हाइड्रोसील के ऑपरेशन का खर्च - Cost of Hydrocele Operation in Hindi
हाइड्रोसील के ऑपरेशन में लगभग 30,000 रुपए का खर्चा आता है। छोटे शहरों में यह ऑपरेशन 20,000 में भी हो जाता है।
हाइड्रोसील का ऑपरेशन कब जरूरी होता है - Hydrocele Operation in Hindi
हाइड्रोसील का ऑपरेशन करवाने में देर नहीं करनी चाहिए अगर आपको अंडकोष में दर्द होने लगे या अंडकोष का आकार बहुत बढ़ जाए।
अंडकोष का लगातार आकार बदलने पर भी जल्द ही ऑपरेशन करवा लेना चाहिए।