Meniere's Disease Meaning in Hindi - मेनियर्स डिजीज हमारे कान के अंदरूनी भाग (Labyrinth) की एक बीमारी है।
इस बीमारी की खोज एक फ्रेंच डॉक्टर प्रॉस्पर मेनियर्स (Prosper Meniere) ने करी थी इसीलिए इस बीमारी का नाम मेनियर्स डिजीज कर दिया गया।
यह बीमारी अधिकतर 40 साल के बाद होती है। पूरे विश्व में प्रत्येक 1,500 लोगों में से 1 को यह बीमारी होती है।
इसमें हमारे कान का अंदरूनी भाग Labyrinth जो हमारे बैलेंस के लिए जिम्मेदार होता है, प्रभावित हो जाता है।
मेनियर्स डिजीज में मरीज को चक्कर के दौरे पड़ते हैं जो 30 मिनट्स से लेकर 3 घंटे तक रहते हैं।
इसके लक्षण फिर 2 से 3 दिन तक धीरे धीरे करके जाते हैं। कई मरीजों को यह रुक-रुक कर आया करते हैं और कई मरीजों में यह एक बार तेजी से आकर धीरे-धीरे खत्म हो जाते हैं।
मेनियर्स डिजीज के लक्षण - Symptoms of Meniere's Disease in Hindi
मेनियर्स डिजीज समय के साथ होती है और और फिर इसके लक्षण दिखाई देना शुरु होते हैं।
मेनियर्स डिजीज एक ही कान में होती है लेकिन कई मरीजों में यह दोनों कान में हो जाती है। मेनियर्स डिजीज के लक्षण हैं
1) चक्कर आना (Vertigo)
2) कान में सीटी बजना (Tinnitus)
3) बहरापन (Hearing Loss)
4) कान भरा भरा सा महसूस होना
5) सरदर्द होना
6) उल्टी जैसा महसूस होना या उल्टी होना
7) लखड़ाकर चलना या खड़े होने और चलने पर बैलेंस ना बना पाना
8) कांपना और धड़कन का बहुत तेज हो जाना
9) तेज घबराहट महसूस होना
मेनियर्स डिजीज होने का कारण - Cause of Meniere's Disease in Hindi
मेनियर्स डिजीज होने का क्या कारण होता है यह अभी तक ज्ञात नहीं है लेकिन माना जाता है की कुछ फैक्टर इस बीमारी को शुरू करते हैं जैसे
1) कान के अंदरूनी भाग में ब्लॉकेज या कान का ड्रेनेज सिस्टम खराब होना
2) अंदरूनी कान का असामान्य आकार
3) वायरल इन्फेक्शन
4) ऑटो इम्यून बीमारी
5) एलर्जी
6) अनुवांशिक कारण
7) सर में या कान में चोट लगना
8) माइग्रेन के कारण
मेनियर्स डिजीज की जांच कैसे की जाती है - Diagnosis of Meniere's Disease in Hindi
मेनियर्स डिजीज का पता डॉक्टर आपके लक्षणों के आधार पर करता है। इसके अलावा वह कुछ टेस्ट करवाता है जो मेनियर्स डिजीज को कन्फर्म करती हैं जैसे
1) ऑडियोमेट्री टेस्ट (Audiometry Test)
2) ABR टेस्ट (Auditory Brainstem Response Test)
3) ECog टेस्ट (Electrocochleography Test)
4) ENG टेस्ट (Electronystagmography)
5) एमआरआई (MRI)
मेनियर्स डिजीज का ईलाज - Treatment of Meniere's Disease in Hindi
मेनियर्स डिजीज का कोई ईलाज नहीं होता है, डॉक्टर्स बस इसके लक्षणों को को कम कर सकते हैं।
जैसे चक्कर आने पर Betahistine, Diazepam या Prochlorperazine दी जाती है।
उल्टी आने पर AntiEmetic दवाई दी जाती है।
कान में भरा भरा सा महसूस होने पर Diuretic दी जाती हैं।
कम सुनाई देने के लक्षण में कान की मशीन लगवाने को बोला जाता है।
इनके अलावा डॉक्टर मरीज को कुछ खास तरह की एक्सरसाइज करने को बोलता है जो आपके लक्षणों को कम करने में सहायक होती हैं।
अगर मरीज को गम्भीर दौरे आते हों तो डॉक्टर ऑपरेशन करके अंदरूनी कान के अंदर भरे लिक्विड को निकाल कर दबाव कम कर देता है जिससे मरीज को आराम मिल जाता है।
मेनियर्स डिजीज के मरीजों को लाईफ स्टाइल में क्या बदलाव करने चाहिए
1) नमक कम खाएं
2) शराब, तंबाकू और सिगरेट का सेवन तुरंत बंद कर दें
3) चाय, काफी और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स मत पिएं
4) तनाव ना लें
5) गाड़ी मत चलाएं, तैराकी मत करें, भारी मशीनों पर काम ना करें और लंबी दूरी की यात्रा अकेले मत करें
क्या मेनियर्स डिजीज ठीक हो सकती है
नहीं, यह बीमारी ठीक नहीं होती और अंत में आपको बहरा कर देती है लेकिन ईलाज करवाने से इसके लक्षणों में आराम मिलता है और बहरापन को उसी जगह पर काफी समय के लिए रोका जा सकता है।
क्या मेनियर्स डिजीज में दोनों कान प्रभावित होते हैं
मेनियर्स डिजीज अधिकतर एक ही कान में होती है, लेकिन 30% मरीजों में यह दोनों कानों में हो जाती है।
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