Low BP Symptoms in Hindi - एक स्वस्थ इन्सान का ब्लड प्रेशर 120/80 (Systolic/Diastolic) होता है। जब किसी कारण ब्लड प्रेशर 90/60 से कम हो जाता है तो इसे लो बीपी (Hypo-Tension) कहते हैं।
ऊपर या नीचे का ब्लड प्रेशर 20 प्वाइंट से अगर कम हो जाए तो उसे भी लो बीपी माना जाता है और मरीज को इसके लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं।
लो बीपी में हमारे दिमाग तक ब्लड पहुंचने में दिक्कत आती है इसलिए हमें चक्कर या बेहोशी आ जाती है।
लो बीपी की स्थिति में हमारे शरीर की नसों में ब्लड का दबाव कम हो जाता है जिसके कारण शरीर के अंगो तक ब्लड नहीं पहुंच पाता है और हमें चक्कर या बेहोशी आने लगती है।
यह लो बीपी का सबसे सामान्य लक्षण है।
सिस्टोलिक (ऊपर वाला) - Systolic Blood Pressure
सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर हमारी धमनियों पर पड़ने वाला वह प्रेशर वह होता है जब आपका हार्ट धड़कता है।
डायस्टोलिक (नीचे वाला) - Diastolic Blood Pressure
डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर हमारी धमनियों पर पड़ने वाला वह प्रेशर होता है जब हार्ट बीट के बीच में हृदय आराम करता है।
लो बीपी के लक्षण - BP Low Symptoms in Hindi
1) चक्कर आना
2) बेहोश होना या बेहोशी जैसा महसूस करना
3) धुंधला दिखाई देना
4) उल्टी जैसा महसूस होना
5) थकान लगना
6) उलझन होना
7) कुछ भी अच्छा ना लगना
8) डिप्रेशन जैसा महसूस करना
लो बीपी का कारण - Reasons For Low BP in Hindi
1) गर्भावस्था
2) थायराइड
3) डायबिटीज
4) हार्ट के वाल्व में दिक्कत
5) डिहाइड्रेशन
6) चोट के कारण शरीर से अधिक मात्रा में खून निकल जाना
7) कुछ खास दवाएं जैसे हार्ट की दवा, पेशाब बढ़ाने की दवा ईत्यादि
8) सेप्टीसीमिया
9) सिवियर एलर्जिक रिएक्शन (Anaphylaxis)
10) आयरन या विटामिन B12 की कमी
11) कम या अधिक शारीरिक तापमान
लो बीपी की जांच - Diagnosis of Low BP Symptoms in Hindi
लो बीपी का पता लगाने के लिए डॉक्टर कुछ ब्लड टेस्ट और कुछ रेडियोलॉजी टेस्ट लिखता है ताकि लो बीपी का सही कारण पता चल पाए
1) CBC
3) HbA1C टेस्ट
4) फॉलिक एसिड और आयरन टेस्ट
5) ECG
6) ECO
लो बीपी का ईलाज - Treatment of Low BP in Hindi
लो ब्लड प्रेशर में अधिकतर मरीजों को साल्ट यानी की नमक का घोल दिया जाता है।
लेकिन जिस मरीज को किडनी या हार्ट की कोई बीमारी है तो उसे नमक का घोल नहीं देना चाहिए।
पैरों में कसे हुए मोजे पहनने से भी लो ब्लड प्रेशर में आराम मिलता है।
अगर किसी दवाई के कारण लो बीपी है तो डॉक्टर उस दवाई को बंद करके कोई दूसरी दवाई लिख देता है।
लो ब्लड प्रेशर के ईलाज के लिए डॉक्टर पहले लो बीपी होने का कारण पता करता है फिर उस कारण को ठीक करने की दवाई देता है।
लो ब्लड प्रेशर के प्रकार - Types of Low BP in Hindi
1) ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन (Orthoststic Hypotension)
इस
प्रकार का लो बीपी तब होता है जब हम अपनी पोजीशन अचानक से बदलते हैं जैसे
अचानक से खड़े हो जाना, काफी देर लेटने के बाद अचानक से उठना या अपने सर को
पोजिशन अचानक से बदलना।
इस प्रकार का लो बीपी का कारण गर्भावस्था और कुछ
दवाईयां भी होती हैं।
2) खाने के बाद का बीपी (Postprandial Hypotension)
खाने
के एक या दो घंटे के बाद बीपी लो हो जाता है। यह खासकर 40 की उम्र पार कर
चुके लोगों में अधिक होता है।
इसका कारण होता है की खाने के बाद हमारे शरीर
का ब्लड पेट के आसपास जमा होने लगता है ताकी पाचन की प्रक्रिया सही से हो
सके और भोजन में से पोषक तत्व सही तरीके से अवशोषित किए जा सकें।
3) एक ही जगह पर लंबे समय तक खड़े होने के बाद लो बीपी (Neurally Mediated Hypotension)
जब
हम एक ही जगह पर लंबे समय तक खड़े रहते हैं तो हमारा बीपी लो हो जाता है।
इसका मुख्य कारण हमारे हार्ट और ब्रेन के बीच सही से तालमेल ना होने के
कारण होता है। यह अधिकतर बच्चों और युवाओं को होता है।
4) शाय ड्रैगर सिंड्रोम (Shy Drager Syndrome)
यह
एक दुर्लभ बीमारी है जिसमें हमारे हार्ट को नियंत्रित करने वाली नर्व सही
से काम नहीं कर पातीं जिसकी वजह से ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट, सांस लेना और
पाचन जैसी क्रियाओं में दिक्कत आने लगती है।
इसमें मरीज को लेटने पर बीपी
बहुत बढ़ जाता है।
ऐसी कौन सी दवाईयां है जो लो बीपी करती हैं - Medicine That Cause Low BP in Hindi
1) अल्फा ब्लॉकर्स (Prazosin)
2) बीटा ब्लॉकर्स (Atenolol, Propranolol)
3) डायरेटिकस (Furosemide, Hydrocholorothiazide)
4) पार्किनसन बीमारी में दी जाने वाली दवाइयां (Mirapex, Levodpa)
5) एंटी डिप्रेसेंट (Doxepin, Imipramine, Tricyclic Anti Depressant)
6) ED की दवाईयां (Sildenafil, Tadalafil)
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