Symptoms of Breast Cancer in Hindi - ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे अधिक होने वाला कैंसर है।
ब्रेस्ट कैंसर या तो एक ब्रेस्ट में होता है या दोनों ब्रेस्ट में और अगर इसका सही समय पर जांच करवा कर ईलाज ना करवाया जाए तो मरीज की मृत्यु हो सकती है।
भारत में हर दो में से एक ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित महिला की मृत्यु हो जाती है।
भारतवर्ष में हर 10 में से 1 महिला ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित है और पिछले कुछ सालों में यह आंकड़ा तेजी से बढ़ा है।
ब्रेस्ट कैंसर चार स्टेज में होता है जिसमें स्टेज 3 और स्टेज 4 बहुत ही खतरनाक स्थिति होती है और इसमें ठीक होने की संभावना कम होती जाती है।
अधिकतर मामलों में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण दिखाई नहीं देते और यह अचानक से जब दूसरी अथवा तीसरी स्टेज में पहुंच जाता है तब इसके लक्षण दिखाई देना शुरु करते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण - Symptoms of Breast Cancer in Hindi
अगर ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों को पहले से पहचान लिया जाए तो इसका ईलाज करना बहुत आसान हो जाता है। ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण हैं
1) स्तन में छोटी सी गांठ या मस्सा होना
2) स्तन के आकार में बदलाव होना
3) स्तन में सूजन और लालिमा आना
4) ब्रेस्ट या निप्पल में दर्द होना
5) निप्पल से डिस्चार्ज होना या खून आना
6) बगल में गांठ बनना
7) ब्रेस्ट पर नारंगी धब्बे पड़ जाना
8) ब्रेस्ट में लगातार खुजली होना
9) ब्रेस्ट की त्वचा का नीचे से सख्त हो जाना
ब्रेस्ट कैंसर होने का कारण - Cause of Breast Cancer in Hindi
1) बढ़ती उम्र में ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना बढ़ती जाती है
2) अनुवांशिक कारण
3) अगर पहले आपको स्तन में गांठ हुई है तो आपको स्तन कैंसर होने की संभावना बढ़ सकती है
4) स्तनपान ना कराना या कम कराना भी स्तन कैंसर को बढ़ाता है
5) गर्भनिरोधक गोलियों को बढ़ती उम्र में लेने से भी ब्रेस्ट कैंसर की संभावना बढ़ जाती है
6) शराब, सिगरेट और तम्बाकू के सेवन से भी ब्रेस्ट कैंसर की संभावना बढ़ जाती है
7) मोनोपॉज के बाद ब्रेस्ट कैंसर की संभावना बढ़ जाती है
8) जिन लड़कियों में पीरियड्स 12 साल से पहले शुरू हो जाते हैं उनको भी ब्रेस्ट कैंसर की संभावना अधिक होती है
9) 35 वर्ष से अधिक उम्र में मां बनना भी ब्रेस्ट कैंसर को बढ़ावा देता है
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव -Prevention From Breast Cancer in Hindi
1) पोषक आहार लें
2) अल्कोहल, तंबाकू और सिगरेट से दूर रहें
3) ब्रेस्ट पर हल्के हाथों से मसाज करें या ब्रेस्ट की एक्सरसाइज करें
4) बच्चों को स्तनपान जरुर करवाएं, जो महिलाएं अपने बच्चों को जीतने अधिक समय तक स्तनपान करवाती हैं उनके ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना उतनी कम हो जाती है
5) 35 की उम्र के बाद गर्भनिरोधक गोलियां मत खाएं
ब्रेस्ट कैंसर की जॉच - Diagnosis of Breast Cancer in Hindi
ब्रेस्ट कैंसर की जांच के लिए 3 मुख्य टेस्ट करवाए जाते हैं
1) मैमोग्राम
2) अल्ट्रासाउंड
3) बायोप्सी
ब्रेस्ट कैंसर के स्टेज - Stages of Breast Cancer in Hindi
ब्रेस्ट कैंसर के चार स्टेज होते हैं लेकिन पहले स्टेज में ब्रेस्ट कैंसर का पता चलना बहुत मुश्किल होता है। अगर ब्रेस्ट कैंसर का पता पहली स्टेज में चल जाए तो यह आसानी से ठीक किया जा सकता है।
स्टेज-1
स्टेज 1 में ब्रेस्ट कैंसर की गांठ 2 सेंटी मीटर या इससे कम होती है। इसका पता अधिकतर मेमोग्राफी से ही चल पाता है।
अगर स्टेज 1 में ब्रेस्ट कैंसर का पता लगा लिया जाए तो 95% तक महिलाएं ठीक हो जाती हैं।
स्टेज-2
स्टेज 2 में स्तन कैंसर की गांठ 2 सेंटी मीटर से बड़ी हो जाती है और बगल तक पहुंच जाती है।
अगर स्टेज 2 में ब्रेस्ट कैंसर का पता लगा लिया जाए तो 80% तक महिलाएं ठीक हो जाती हैं।
स्टेज-3
स्टेज 3 में यह गांठ 5 सेंटी मीटर से भी बड़ी हो जाती है और गले तक पहुंच सकती है। स्टेज 3 में 60% महिलाओं का सफल ईलाज हो जाता है।
स्टेज-4
स्टेज 4 में यह बढ़कर फेफड़ों और हड्डियों में भी पहुंच जाता है और इस स्टेज में सिर्फ 10% महिलाएं ही बच पाती हैं।
ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआत कैसे होती है - Starting of Breast Cancer in Hindi
महिलाओं के ब्रेस्ट का मुख्य काम है टिश्यू के माध्यम से दूध बनाना ताकि नवजात बच्चों को पोषण मिल सके।
जब ब्रेस्ट के इन टिश्यू में गांठ बन जाती है या सख्त हो जाते हैं तो यही आगे चलकर ब्रेस्ट कैंसर बन जाते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर का ईलाज - Treatment of Breast Cancer in Hindi
ब्रेस्ट कैंसर का ईलाज इसके स्टेज पर निर्भर करता है। अधिकतर मामलों में सर्जरी, कीमोथेरेपी या रेडिएशन थेरेपी द्वारा ईलाज किया जाता है।
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