Bina Pregnancy Ke Doodh Ana - डिलीवरी के बाद में या प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं को दूध आने लगता है।
लेकिन कई महिलाओं में बिना प्रेग्नेंसी के ही दूध आने लगता है जिसको लेकर वो परेशान हो जाती हैं।
आईए जानते हैं की बिना प्रेगनेंसी के दूध आने का कारण क्या होता है और क्या यह किसी बीमारी का लक्षण तो नहीं होता है।
बिना प्रेग्नेंसी के दूध आना - Bina Pregnancy Ke Doodh Ana
बिना प्रेग्नेंसी के दूध आने की स्थिति को गैलेक्टोरिया (Galactorrhea) कहते हैं।
इसका मुख्य कारण होता है महिलाओं के शरीर में प्रोलेक्टिन (Prolactin) नामक हार्मोन का बढ़ जाना।
प्रोलेक्टिन हार्मोन हमारे दिमाग में स्थित पिट्यूटरी ग्रंथि द्वारा निकाला जाता है।
प्रोलेक्टिन महिलाओं के स्तन में दूध बनाने वाली ग्रंथियों (Mammary Gland) को सक्रिय कर देता है।
जब महिला गर्भवती होती है तो प्रोलेक्टिन हार्मोन का स्तर शरीर में बढ़ जाता है।
कई बार बिना प्रेग्नेंसी के भी प्रोलेक्टिन हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है जिसके कारण महिलाओं में बिना प्रेग्नेंसी के ही स्तनों में दूध आने लगता है।
महिलाओं के शरीर में प्रोलेक्टिन हार्मोन बढ़ने का कारण
1) कुछ दवाईयां जैसे डिप्रेशन की दवाई, ब्लड प्रेशर की दवाई, मानसिक रोग की दवाई ईत्यादि के कारण प्रोलेक्टिन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है।
2) ट्यूमर पिट्यूटरी ग्रंथि में ट्यूमर होने पर भी शरीर में प्रोलेक्टिन हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है।
3) हाईपोथायरोडिज्म हाईपोथायरोडिज्म यानी की थायराइड ग्रंथि का कम सक्रिय होना भी प्रोलेक्टिन हार्मोन का स्तर बढ़ा देता है।
4) अत्यधिक तनाव बहुत अधिक तनाव में रहने पर भी प्रोलेक्टिन हार्मोन महिलाओं के शरीर में बढ़ने लगता है और जिसके कारण स्तनों से दूध आने लगता है।
5) उत्तेजित होना जब महिलाएं निप्पल को मालिश करती हैं, चूसती हैं या उत्तेजित होती है तो यह अवस्था भी प्रोलेक्टिन हार्मोन का स्तर बढ़ा देता है जिसके कारण दूध आने लगता है।
6) किडनी की बीमारी और मोनोपॉज भी दूध आने का एक कारण होता है।
गैलेक्टोरिया के लक्षण
1) निप्पल से दूध आना
2) पीरियड्स असामान्य होना
3) सर में दर्द होना
4) आंख की रोशनी कम होना
5) सेक्स की ईच्छा ना होना
6) चेहरे पर मुहांसे आना
7) स्तन में दर्द रहना
8) बाल झड़ना
9) डिप्रेशन में रहना
10) ब्रेस्ट का आकार बढ़ना
गैलेक्टोरिया के लिए टेस्ट
अगर आपके बिना प्रेगनेंसी के दूध आ रहा है तो आपको कुछ टेस्ट जरुर करवाने चाहिए
1) LH, FSH & PRL
2) थाइराइड टेस्ट
3) Beta HCG टेस्ट
4) मैमोग्राम
गैलेक्टोरिया से कैसे बचें
1) बहुत टाइट या कसाव लिए हुए अंदरुनी कपड़े ना पहनें
2) कोई भी दवाई बिना डॉक्टर की सलाह के ना लें
3) तनाव बिल्कुल भी ना लें
4) स्तनों से छेड़छाड़ ना करें और न ही उन्हें अकारण उत्तेजित करें
5) रोज योगा करें
नोट -: अगर निकलने वाला दूध सफेद न होकर किसी और रंग का है तो यह कैंसर के कारण भी हो सकता है। ऐसा होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें।
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