Albendazole Tablet Uses in Hindi - अल्बेंडाजोल एंटी पैरासिटिक (Anti parasitic), एंथेलमिंटिक (Anthelmintic) और एंटीप्रोटोजोअल (Anti protozoal) ड्रग है।
यह कृमि और परजीवी नाशक दवाई है।
इसका उपयोग मुख्यता पेट या शरीर के किसी अन्य भाग में पनपने वाले कीड़ों अथवा परजीवी को मारने में किया जाता है।
एल्बेंडाजोल गोली कौन सी बीमारी में काम आती है - Albendazole Tablet Uses in Hindi
1) पेट के कीड़ों को मारने के लिए
2) हुकवर्म, पिनवर्म, राउंडवर्म, टैपवर्म, एस्केरिस, एंट्रोबियस आदि जैसे परजीवी कीड़ों को मारने में
3) हाइडेटिड रोग में (Hydatid Disease) - डॉग टेपवर्म से होने वाला एक गंभीर संक्रमण जो लिवर और फेफड़ों को प्रभावित करता है।
4) न्यूरोसाइटिस्टीकोसिस के ईलाज में (Neurocysticercosis) - पोर्क टेपवर्म से होने वाला एक गंभीर संक्रमण जो ब्रेन, मांशपेशियो और अन्य अंगों को बुरी तरह प्रभावित करता है।
5) गियाडेर्यासिस (Giardiasis) - परजीवी से होने वाला संक्रमण जिसकी वजह से डायरिया हो जाता है।
6) फाइलेरिया
7) सिस्टेमिक इंफेक्शन (Systemic Infection) - इसकी वजह से हमारे पूरे शरीर में या ब्लड में संक्रमण हो जाता है।
एल्बेंडाजोल शरीर में कैसे काम करता है - Mode of Action of Albendazole Tablet in Hindi
अल्बेंडाजोल (Albendazole) मुख्यता चार तरह से काम करती है और पैरासाइट की ग्रोथ को पूरी तरह से रोक देती है
1) किसी भी कोशिका को ऊर्जा देने के लिए ATP का उत्पादन बहुत जरूरी होता है।
ATP के ना बनने से कोशिका को ऊर्जा नहीं मिल पाती और वो खत्म होने लगती है।
अल्बेंडाजोल (Albendazole) परजीवी की कोशिका के अंदर ATP के उत्पादन को रोक देती है जिससे परजीवी की कोशिका को ऊर्जा नहीं मिल पाती और वो खत्म होने लगता है।
2) परजीवी को लगातार ग्लूकोज चाहिए होता है ऊर्जा के लिए तभी वो वृद्धि कर पाता है।
अल्बेंडाजोल (Albendazole) परजीवी के मेटाबोलिज्म को कमजोर करके ग्लूकोज अवशोषण को रोक देता है।
जिसकी वजह से परजीवी को जीवित रहने के लिए ऊर्जा नहीं मिल पाती और वो खत्म हो जाता है।
3) किसी भी कोशिका के आकार को बनाए रखने के लिए माइक्रोटुबुल संश्लेषण (Microtubule Synthesis) बहुत जरूरी होता है।
बिना इसके कोई भी कोशिका अपने आकार को बनाए नही रख सकती और ना ही कोशिका विभाजन कर सकती है।
अल्बेंडाजोल (Albendazole) परजीवी के अंदर माइक्रोटुबुल को बनने से रोक देती है।
जिसकी वजह से परजीवी की कोशिका का आकार और उसका विभाजन नहीं हो पाता और परजीवी खत्म हो जाता है।
4) अल्बेंडाजोल (Albendazole) परजीवी की कोशिका के अंदर होने वाले माइक्रोटुबुल ट्रांसपोर्टेशन को रोक देती है।
जिसकी वजह से परजीवी के कोशिका के अंदर अन्य जरूरी पदार्थो का परिवहन नहीं हो पाता और कोशिका खत्म हो जाती है।
कोशिका खत्म होने से परजीवी भी खत्म हो जाता है।
एल्बेंडाजोल की कितनी खुराक लेनी चाहिए - Dosage of Albendazole Tablet in Hindi
अल्बेंडाजोल (Albendazole) की डोज ट्रीटमेंट पर निर्भर करती है की मरीज को किस बीमारी के लिए अल्बेंडाजोल देना है जैसे
पेट के कीड़ों को मारने के लिए - पेट के कीड़ों को मारने के लिए अल्बेंडाजोल (Albendazole) की 400 mg की एक सिंगल डोज दी जाती है और जरूरत पड़ने पर एक हफ्ते बाद दुबारा 400 mg की एक और सिंगल डोज दे दी जाती है।
न्यूरोसिस्टीसर्कोसिस - न्यूरोसिस्टीसर्कोसिस में 400 mg की डोज सुबह शाम 7 दिन से लेकर 30 दिनों तक दी जाती है।
हाइडेटिड - हाइडेटिड बीमारी में 400 mg की डोज सुबह शाम 28 दिन तक लगातार दी जाती है।
सिस्टमिक पैरासाइट इंफेक्शन - किसी भी अन्य सिस्टमिक पैरासाइट इंफेक्शन में 400 mg की डोज सुबह शाम 28 दिन तक दी जाती है।
बच्चों में - बच्चों में पेट के कीड़े मारने के लिए अल्बेंडाजोल 400 mg की एक सिंगल डोज दी जाती है अथवा 15/mg/kg/day के हिसाब से डोज दे सकते हैं।
एक दिन में अधिकतम 800 mg ही बच्चों को दे सकते हैं। एक साल से कम उम्र के बच्चों को अल्बेंडाजोल नहीं देनी चाहिए।
अगर बच्चे का वजन 12 किलोग्राम से कम है तो 15 mg/ Kg Body Weight के अनुसार डोज दें।
अल्बेंडाजोल के साईड इफैक्ट्स - Side Effects of Albendazole Tablet in Hindi
1) पेट में दर्द
2) उल्टी आना या उल्टी जैसा फील करना
3) खुजली होना
4) बाल झड़ना
5) अर्टिकेरिया होना
6) एलर्जिक रिएक्शन होना
7) लिवर एंजाइम बढ़ जाना
8) बुखार आना
9) सिर दर्द होना
10) चक्कर आना
अल्बेंडाजोल किसको नहीं लेना चाहिए - Who Should not Take Albendazole Tablet in Hindi
1) लिवर के मरीजों को क्योंकि अल्बेंडाजोल (Albendazole) का अधिकतम मेटाबोलिज्म लिवर में ही होता है। यह लिवर के एंजाइम को बढ़ा सकती है।
2) गर्भवती महिलाओं को क्योंकि यह प्रेगनेंसी में कैटेगरी C में आती है।
3) स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी अल्बेंडाजोल (Albendazole) नही लेनी चाहिए।
4) अगर मरीज को खून संबंधित कोई बीमारी है तो उसे अल्बेंडाजोल नहीं देना चाहिए क्योंकि अल्बेंडाजोल (Albendazole) बोन मैरो बनने के प्रॉसेस को बाधित कर सकती है।
5) जिन मरीजों के रेटीना में कोई समस्या हो उनको भी अल्बेंडाजोल नहीं देनी चाहिए।
6) किडनी के मरीजों को अल्बेंडाजोल की डोज को एडजस्ट करने की जरूरत पड़ती है।
किडनी के मरीज बिना डॉक्टर की सलाह के अल्बेंडाजोल ना लें।
अल्बेंडाजोल का अन्य दवाईयों के साथ इंटरेक्शन - Interaction of Albendazole Tablet in Hindi
कुछ दवाईयां अल्बेंडाजोल (Albendazole) के प्रभाव को घटा या बढ़ा सकती हैं जैसे
सिमेटिडाइन (Cimetidine) - यह पेट के एसिड को कम करने के लिए दी जाती है। यह अल्बेंडाजोल के असर को बढ़ा देती है।
इसकी वजह से अल्बेंडाजोल के कारण होने वाले साईड इफैक्ट्स हो सकते हैं।
कोर्टिकोस्टीरॉयड (Corticosteroids) - कोर्टिकोस्टीरॉयड ब्लड में अल्बेंडाजोल की मात्रा बढ़ा देती है जिसकी वजह से इसके साईड इफैक्ट्स हो सकते हैं।
प्रेजीक्वांटल (Praziquantel) - यह भी एक परजीवी नाशक दवाई है और यह अल्बेंडाजोल के प्रभाव को बढ़ा देती है।
जिसकी वजह से अल्बेंडाजोल के कारण होने वाले साईड इफैक्ट्स बढ़ सकते हैं।
एंटीएपिलेप्टिक ड्रग (Anti epileptic Drug) - एंटीएपिलेप्टिक ड्रग अल्बेंडाजोल के प्रभाव को कम कर देती हैं।
जिसकी वजह से अल्बेंडाजोल ठीक से असर नहीं कर पाती। किसी भी एंटीएपिलेप्टिक ड्रग लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरुर लें।
एंटीकोएगुलेंट दवाईयां (Anti coagulants) - खून को पतला करने या ब्लड क्लॉटिंग रोकने वाली दवाईयां अल्बेंडाजोल के साथ लेने पर इंटरनल ब्लीडिंग हो सकती है।
ये दोनों दवाईयां बिना डॉक्टर की सलाह के ना लें।
एल्बेंडाजोल को काम करने में कितना समय लगता है - How Fast Albendazole Works in Hindi
अल्बेंडाजोल (Albendazole) को अपना पूरा असर दिखाने में 2 से 3 दिन लग सकते हैं।
अल्बेंडाजोल का असर डोज की फ्रीक्वेंसी और बीमारी पर भी निर्भर करता है।
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