अल्कासोल सिरप पीने से क्या फायदा होता है | Alkasol Syrup Uses in Hindi

Alkasol Syrup Uses in Hindi - अल्कासोल पेशाब सम्बंधी समस्याओं में दिए जाने वाला एक सिरप है। 
 
अल्कासोल में डाइसोडियम हाइड्रोजन सिट्रेट (Disodium Hydrogen Citrate) होता है। 
 
इसका उपयोग किडनी स्टोन, मूत्र मार्ग में संक्रमण और हाई यूरिक एसिड को ठीक करने में किया जाता है। 
 
अल्कासोल Stadmed Pvt Ltd नामक फार्मास्यूटिकल कम्पनी द्वारा बनाया  जाता है।
 

अल्कासोल कैसे काम करता है - Mode of Action of Alkasol Syrup in Hindi

अल्कासोल में डायसोडियम हाईड्रोजन सिट्रेट होता है जो एक अल्कलाइजर (Alkalizer) की तरह काम करता है। अल्कासोल पेशाब और ब्लड की अम्लता को कम करने का काम करता है 
 

alkasol syrup


 
यह एक क्षारिय (Alkalin) सॉल्ट होता है जो हमारे शरीर में जाकर बायकार्बोनेट में बदल जाता है। 
 
यह बायकॉर्बोनेट मूत्र की अम्लता (Acid) को कम कर देता है जिससे की पेशाब में जलन होना बंद हो जाती है।  
 
पेशाब की अम्लता कम होने पर बैक्टीरिया खत्म होने लगते हैं क्योंकि बैक्टीरिया एसिडिक लिक्विड में आसानी से जीवित रहते हैं जबकि क्षारीय लिक्विड में वो ग्रोथ नहीं कर पाते हैं।
 
पेशाब की अम्लता कम होने पर किडनी स्टोन का बनना कम हो जाता है। 
 
इसके साथ ही डायसोडियम हाईड्रोजन सिट्रेट डायरेटिक (Diuretic) की तरह भी काम करता है जिसकी वजह से अधिक पेशाब बनती है और पेशाब से हानिकारक तत्व और बैक्टीरिया निकल जाते हैं। 
 
इसका अल्कलाइजर गुण हाई यूरिक एसिड को कम करने में सहायता करता है जिसकी वजह से गठिया में बहुत आराम मिलता है।
 

अल्कासोल का उपयोग - Alkasol Syrup Uses in Hindi

मूत्रमार्ग संक्रमण (UTI) - यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन में अल्कासोल सिरप बहुत उपयोगी है। 
 
यह UTI के कारण होने वाले लक्षणों जैसे पेशाब में जलन, दर्द, बार-बार पेशाब आना आदि को कम करता है। 
 
यह पेशाब की एसिडिटी को कम कर देता है जिसकी वजह से बैक्टीरिया ग्रोथ नहीं कर पाते और खत्म हो जाते हैं।
 
किडनी स्टोन (Kidney Stone) - अल्कासोल सिरप का अल्कलाइजर नेचर (Alkaline Properties) किडनी स्टोन को बनने से रोकता है और छोटे छोटे किडनी स्टोन को गलाने में सहायता करता है। 
 
जब पेशाब अधिक अम्लीय (Acidic) हो जाती है तो पेशाब में पाए जाने वाले मिनरल्स क्रिस्टल के रूप में बनकर जुड़ने लगते हैं। 
 
अल्कासोल पेशाब की एसिडिटी को कम करता है और किडनी स्टोन को बनने से रोकता है।
 
मूत्र वर्धक (Diuretic) - अल्कासोल सिरप एक मूत्र वर्धक (Diuretic) की तरह भी काम करता है। 
 
जिससे पेशाब अधिक बनती है और पेशाब में मौजूद बैक्टीरिया और अन्य हानिकारक तत्व आसानी से निकल जाते हैं और UTI आसानी से ठीक हो जाता है।
 
गठिया (Gout) - अल्कासोल सिरप का अल्कलाइजर नेचर शरीर में यूरिक एसिड को कम करता है जिसकी वजह से गठिया के लक्षणों में आराम मिलता है। यह पेट में होने वाली एसिडिटी को भी ठीक करता है।
 

अल्कासोल सिरप को डोज - Dosages of Alkasol Syrup in Hindi

अल्कासोल सिरप में डाइसोडियम हाईड्रोजन सिट्रेट 1.4 g/5 ml होता है। 
 
इसको एक कप पानी में 10 ml डाल कर दिन में तीन बार लेना चाहिए। 
 
6 से 12 साल तक के बच्चों को 5 ml अल्कासोल सिरप एक कप पानी में घोल कर दिन में तीन बार देना चाहिए।
 
6 साल से कम उम्र के बच्चों को अल्कासोल सिरप नहीं देना चाहिए।

अल्कासोल सिरप को पानी के अलावा किसी अन्य पेय पदार्थ के साथ नहीं लेना चाहिए। 
 
अल्कासोल सिरप का सेवन करने वालों को पानी अधिक मात्रा में पीना चाहिए।
 
 

अल्कासोल सिरप के साईड इफैक्ट्स - Side Effects of Alkasol Syrup in Hindi

1) डायरिया

2) उल्टी या उल्टी जैसा महसूस होना

3) पेट में दर्द

4) सर दर्द

5) चक्कर आना

6) शरीर में खुजली होना

7) शरीर में सूजन आना

8) सांस लेने में दिक्कत होना

इन लक्षणों के दिखने पर अपने डॉक्टर से परामर्श जरुर लें।
 

अल्कासोल सिरप का अन्य दवाओं के साथ रिएक्शन - Interaction of Alkasol Syrup with Other Drugs in Hindi

अल्कासोल सिरप को कुछ दवाइयों के साथ नहीं लेना चाहिए क्योंकि ये दवाएं अल्कासोल सिरप के प्रभाव को घटा या बढ़ा सकती हैं जैसे

एंटीबायोटिक - अल्कासोल सिरप एंटीबायोटिक खासकर टेट्रासाइक्लाइन्स (Tetracyclines) के साथ नहीं लेना चाहिए और हमेशा 2 घण्टे या इससे अधिक का अंतर रखना चाहिए। 
 
एंटीबायोटिक अल्कासोल सिरप के प्रभाव को कम कर देती हैं।
 
एंटासिड - अल्कासोल सिरप को एंटासिड के साथ नहीं लेना चाहिए। एंटासिड अल्कासोल सिरप के प्रभाव को कम कर देती हैं।
 
मूत्रवर्धक (Diuretics) - मूत्रवर्धक दवाएं अल्कासोल सिरप के प्रभाव को बढ़ा देती हैं जिसकी वजह से अल्कासोल सिरप के साईड इफैक्ट्स होने की संभावना बढ़ जाती है।
 
ACE Inhibitors - अल्कासोल सिरप को ACE Inhibitors जैसे Lisinopril, Ramipril, Captopril आदि दवाओं के साथ नहीं लेना चाहिए। 
 
यह हमारे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बिगाड़ सकती हैं और किडनी को डैमेज कर सकती हैं।
 
लिथियम (Lithium) - अल्कासोल सिरप को लिथियम वाली दवाओं के साथ नहीं देना चाहिए। 
 
लिथियम की दवाओं को मानसिक रोगियों को दिया जाता है। 
 
लिथियम और अल्कासोल सिरप साथ में देने पर शरीर में लिथियम की टॉक्सिटी  बढ़ जाती है।
 
एस्पिरिन और दर्द निवारक दवाएं (Aspirin & NSAID) - अल्कासोल सिरप एस्पिरिन और दर्द निवारक दवाओं के साथ रिएक्शन करके किडनी को डैमेज कर सकती हैं।
 
 
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Lav Tripathi

Lav Tripathi is the co-founder of Bretlyzer Healthcare & www.capejasmine.org He is a full-time blogger, trader, and Online marketing expert for the last 12 years. His passion for blogging and content marketing helps people to grow their businesses.

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