अल्प्राजोलम (Alprazolam) एंक्सायटी (Anxiety) और पैनिक डिसऑर्डर (Panic Disorder) को दूर करने की एक दवाई है।
अल्प्राजोलम एक बेंजोडायजेपिंस (Benzodiazepine) ग्रुप की दवाई है और यह सीधे हमारे सेंट्रल नर्वस सिस्टम (CNS) पर काम करती है।
इसके असर की वजह से दिमाग शांत और स्थिर हो जाता है।
अल्प्रजोलम दवा किस लिए दी जाती है - Alprazolam Tablet Uses in Hindi
1) पैनिक अटैक (Panic Attack)
2) एंजाइटी (Anxiety)
3) डिप्रेशन (Depression)
4) तनाव कम करने के लिए (Calming Effects)
5) नींद लाने के लिए (Sedative)
6) भीड़ से डर लगना (Agoraphobia)
अल्प्राजोलम शरीर में कैसे काम करता है
अल्प्राजोलम एक बैंजोडायजेपिन है जो हमारे ब्रेन के GABA (Gamma Aminobutyric Acid) न्यूरोट्रांसमीटर (Neurotransmitter ) पर काम करती है।
अल्प्राजोलम GABA न्यूरोट्रांसमीटर को बढ़ाने का काम करती है।
अल्प्राजोलम GABA-A रिसेप्टर्स से जाकर जुड़ जाती है, GABA-A एक तरह का आयन चैनल (Ion Channel) होता है।
अल्प्राजोलम GABA-A रिसेप्टर्स से जुड़कर न्यूरोट्रांसमिशन को कम कर देती है जिसकी वजह से दिमाग शांत हो जाता है और सेडेटीव (Sedative), एंक्सियोलिटिक (Anxiolytic), रिलेक्सेंट (Relaxant) और एंटीकंवलसेंट (Anticonvulsant) प्रभाव आता है।
अल्प्राजोलम सेरोटोनिन (Serotonin), डोपामिन (Dopamine) और नोरपीनफ्राईन हार्मोन (Norepinephrine) को बढ़ाने का काम करती है।
इसके साथ ही अल्प्राजोलम दिमाग में न्यूरॉन की अति क्रियाशीलता को कम कर देती है जिसके कारण चिंता, उलझन और घबराहट कम हो जाती है।
अल्प्रजोलम के साईड इफैक्ट्स
1) नींद आना
2) चक्कर आना
3) सर दर्द करना
4) धुंधला दिखाई देना
5) पेट खराब होना
6) अधिक पसीना आना
7) मुंह सूखना
8) भ्रमित रहना
9) अनियंत्रित हृदय की धड़कन होना
अल्प्राजोलम
की अधिक डोज लेने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
अल्प्रजोलम
की अधिक डोज बहुत खतरनाक साबित हो सकती है, अल्प्राजोलम बिना डॉक्टर की
सलाह के ना लें।
अल्प्राजोलम की डोज
अल्प्राजोलम
की डोज कई सारे फैक्टर पर निर्भर करती है। जैसे बीमारी की गंभीरता, बीमारी
के लक्षण, मरीज के शरीर का दवा के प्रति रिस्पॉन्स ईत्यादि।
एंक्साइटी के मरीज में डोज - तुरंत असर करने वाली अल्प्राजोलम की टेबलेट एंक्साइटी के मरीज को 0.25 mg से 0.50 mg दिन में तीन बार दी जाती है।
एंक्साइटी के मरीज को एक दिन में 4 mg से अधिक डोज नहीं देना चाहिए।
देर
तक शरीर में असर करने वाली यानी की एक्सटेंडेड रिलीज टेबलेट को 1 mg डोज
दिन में एक बार से शुरुआत करनी चाहिए। एक दिन में अधिकतम 4 mg दे सकते हैं।
पैनिक डिसऑर्डर के मरीज में डोज - पैनिक
डिसऑर्डर के मरीज में तुरंत असर करने वाली अल्प्राजोलम टेबलेट 0.5 mg दिन
में तीन बार देना चाहिए और एक दिन में 10 mg से अधिक डोज नहीं देना चाहिए।
शरीर
में देर तक और धीरे धीरे असर करने वाली यानी की एक्सटेंडेट रिलीज टेबलेट
को 1 mg डोज से शुरुआत करनी चाहिए और एक दिन में अधिकतम 10 mg तक दे सकते
हैं।
नींद ना आने पर - नींद ना आने के मरीजों को अल्प्राजोलम 1 mg से अधिक नहीं लेना चाहिए।
अल्प्रजोलम लेते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए
1) गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को अल्प्राजोलम टेबलेट नहीं खानी चाहिए
2) अल्प्रजोलम को कभी भी शराब के साथ नहीं लेना चाहिए अन्यथा गंभीर साईड इफैक्ट्स हो सकते हैं
3) अल्प्राजोलम लेना मरीज की आदत बन सकती है इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेना चाहिए
4) अल्प्रजोलम खाने के बाद गाड़ी नहीं चलानी चाहिए या किसी भारी मशीन के पास काम नहीं करना चाहिए क्योंकि अल्प्राजोलम आपके शरीर से आपका नियंत्रण कमजोर कर सकती है
5) ग्लूकोमा के मरीजों को अल्प्राजोलम नहीं खाना चाहिए
6) अल्प्रजोलम को कभी भी अचानक से नहीं बंद करना चाहिए, इसको हमेशा धीरे धीरे डॉक्टर की सलाह से डोज़ कम करते हुए बंद करना चाहिये
7) अल्प्राजोलम का मेटाबोलिज्म लिवर में होता है इसलिए लिवर
के मरीजों को इसकी डोज कम लेनी चाहिए या डॉक्टर की सलाह से अल्प्राजोलम की
डोज लें।
लिवर के मरीज में अल्प्राजोलम के साईड इफैक्ट्स अधिक दिख सकते हैं।
8) किडनी
के मरीजों को भी बिना डॉक्टर की सलाह के अल्प्राजोलम नहीं लेना चाहिए
क्योंकि किडनी की दवाओं के साथ अल्प्राजोलम इंटरेक्शन कर सकती है।
इसके साथ ही अल्प्राजोलम किडनी में टॉक्सिसिटी को बढ़ाती है।
अल्प्रजोलम को काम करने में कितना समय लगता है
अल्प्रजोलम 45 मिनिट्स के अंदर अपना असर दिखाना शुरू कर देती है।
अल्प्रजोलम की हॉफ लाईफ 16 घण्टे की होती है और यह शरीर में 2 दिन तक मौजूद रहती है इसलिए इसका असर लंबे समय तक रहता है।
अल्प्रजोलम किन दवाओं के साथ इंटरेक्शन करती है
कुछ
दवाएं अल्प्राजोलम के असर को घटा या बढ़ा देती हैं। इन दवाओं को
अल्प्राजोलम के साथ लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरुर लें। ये दवाएं
हैं
अल्प्राजोलम के साथ तीव्र इंटरेक्शन करने वाली दवाएं - Itraconazole,
Ketoconazole, Sodium oxybate, Tipranavir, Carbamazepine, Cimetidine,
Clarithromycin, Erythromycin, Idelalisib, Itraconazole, Ivacaftor,
Ketoconazole, Nefazodone, Rifabutin, Rifampin, Saquinavir,
अल्प्राजोलम के साथ मध्यम इंटरेक्शन करने वाली दवाएं - Brimonidine,
Ciprofloxacin, Esomeprazole, Eucalyptus, Fleroxacin, Gemifloxacin,
Green tea, Levofloxacin, Lithium, Moxifloxacin, Norfloxacin,
Ofloxacin, Omeprazole, Rifabutin, Sage, Vinpocetine, Zolpidem
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