डोलो 650 टैबलेट का उपयोग क्यों किया जाता है | Dolo 650 Tablet Uses in Hindi

 
dolo 650 uses in hindi

डोलो 650 (Dolo 650 mg) एक एनालजेसिक (Analgesic) और एंटीपायरेटिक (Antipyretic) ड्रग है जो दर्द और बुखार को कम करने के लिए दी जाती है। 
 
डोलो 650 में पैरासिटामॉल 650 mg होता है और डोलो माइक्रो लैब्स द्वारा बनायी जाती है।  
 
डोलो 650 mg किसी भी अन्य दर्द निवारक दवा खासकर NSAID की तुलना में सुरक्षित होती है।
 
पैरासिटामॉल को एसेटामिनोफेन (Acetaminophen) भी कहते हैं। 
 

डोलो 650 किस बीमारी में दिया जाता है - Dolo 650 Tablet Uses in Hindi

1) बुखार

2) शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द

3) माइग्रेन

4) सर्दी जुकाम

5) गला बैठना
 

डोलो 650 कैसे काम करती है - Mode of Action of Dolo 650 in Hindi

डोलो सेंट्रल नर्वस सिस्टम (CNS) पर काम करती है जहां यह प्रोस्टाग्लैनडिन नामक एंजाइम को रोकने का काम करती है। 
 
यह हमारे शरीर में Cox-2 एंजाइम को ब्लॉक कर देती है। COX 2 एंजाइम ही प्रोस्टाग्लैनडिन को बनाने का सिग्नल देता है। 
 
प्रोस्टाग्लैनडिन हमारे ब्रेन को दर्द का सिग्नल भेजते हैं जिसकी वजह से हमें दर्द महसूस होता है। 
 
पैरासिटामॉल प्रोस्टाग्लैनडिन को बनने से रोक देती है या कम बनने देती है जिसकी वजह से हमें दर्द महसूस नहीं होता है।
 
पैरासिटामॉल हमारे CNS में कनाबीनोइड रिसेप्टर्स (Cannabinoid Receptors) खासकर CB-1 रिसेप्टर्स की क्रियाशीलता को बढ़ाने का काम करती हैं। 
 
जिसकी वजह से एनाल्जेसिक प्रभाव ( दर्द निवारक) आता है।
 
पैरासेटामोल हमारे ब्रेन द्वारा पायरोजेन (Pyrogen) नामक एंजाइम को स्त्रावित होने से रोकती है। 
 
पायरोजेन ही शरीर का तापमान बढ़ाने का काम करता है। 
 
जब पायरोजेन रिलीज नहीं हो पाएगा तो हमारे शरीर का तापमान बढ़ने नहीं पायेगा।
 

डोलो 650 के साईड इफैक्ट्स - Dolo 650 Side Effects in Hindi

डोलो (Paracetamol) एक सुरक्षित दवाई मानी जाती है और इसके साईड इफैक्ट्स नहीं होते है। 
 
लेकिन कुछ मरीजों में इसके लगातार और लंबे समय तक इस्तेमाल करने से साईड इफैक्ट्स दिख सकते हैं

1) हिमोग्लोबिन कम होना

2) आंतों में ब्लीडिंग होना

3) पेट में अल्सर होना

4) लिवर और किडनी को डैमेज करना

5) ब्लड प्रेशर बढ़ना

6) हार्ट रेट बढ़ना
 

डोलो (Paracetamol) की डोज - Dosage of Dolo 650 in Hindi

डोलो सबसे सुरक्षित ड्रग मानी जाती है और लक्षणों के आधार पर एक दिन में अधिकतम 4 ग्राम तक डोलो ली जा सकती है। 
 
मरीज को डोलो 650 mg हर 4 से 6 घण्टे पर दे सकते हैं।
 
6 महीने तक के बच्चों में 60 mg डोलो हर 4 से 6 घण्टे में दे सकते हैं।

6 महीने से 1 साल तक के बच्चों में 120 mg डोलो हर 4 से 6 घण्टे में दे सकते हैं।

1 साल से 3 साल तक के बच्चों में 180 mg डोलो हर 4 से 6 घण्टे में दे सकते हैं।

3 साल से 5 साल तक के बच्चों में 240 mg डोलो हर 4 से 6 घण्टे में दे सकते हैं।

5 साल से 7 साल तक के बच्चों में 250 mg डोलो हर 4 से 6 घण्टे में दे सकते हैं।

7 साल से 9 साल तक के बच्चों में 375 mg डोलो हर 4 से 6 घण्टे में दे सकते हैं।

9 साल से 11 साल तक के बच्चों में 500 mg डोलो हर 4 से 6 घण्टे में दे सकते हैं।

11 साल से 15 साल तक के बच्चों में 500 mg से 750 mg डोलो हर 4 से 6 घण्टे में दे सकते हैं।

16 साल से ऊपर के व्यक्तियों के लिए 500 mg से 1 ग्राम तक हर 4 से 6 घंटे में दे सकते हैं।

ध्यान रहे की एक दिन में 4 g से अधिक डोलो की डोज नहीं देनी चाहिएबच्चों में 15 mg/kg के हिसाब से डोज दे सकते हैं।
 

क्या डोलो प्रेगनेंसी और स्तनपान कराने वाली महिलाओं में सुरक्षित है

हां, डोलो सबसे सुरक्षित दवाओं में एक मानी जाती है और यह गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को दे सकते हैं।
 

डोलो किसको नहीं लेनी चाहिए

1) अगर आपको पैरासेटामोल से एलर्जी हो

2) आपने ऐसी कोई दवाई ली हो जिसमें पहले से पैरासेटामोल हो

3) लिवर या किडनी की बीमारी में

4) अधिक मात्रा में शराब पीने पर

5) अत्यधिक कम वजन वाले लोगों को डोज बदलनी पड़ती है
 

डोलो कितनी देर में काम करना शुरू करती है

डोलो शरीर में जा कर तुरंत अवशोषित हो जाती है। 
 
अगर आप खाली पेट डोलो लेंगे तो यह 30 मिनिट्स में अपना असर दिखाना शुरु कर देगी और यदि आप कुछ खा कर डोलो लेंगे तो 90 मिनिट्स में डोलो अपना असर दिखाना शुरु करती है। 
 
पैरासेटामोल डोज डिपेंडेंट ड्रग है इसका मतलब ये हुआ की जितनी अधिक डोज होगी हमारी बॉडी में दवाई का अवशोषण भी उतना अधिक होगा। 
 
जैसे 500 mg डोलो लेने पर इसकी बायो एविलेबिलिटी 63% होती है जबकी 1000 mg लेने पर इसकी बायो एविलेबिलिटी बढ़कर 89% हो जाती है।
 

डोलो का अन्य दवाईयों के साथ इंटरेक्शन

डोलो कुछ अन्य दवाईयों के साथ मिलकर अपना प्रभाव घटा या बढ़ा सकती है। ऐसे में आपको डॉक्टर की सलाह से ही दवाई लेनी चाहिए जैसे

Ketoconazole, Levoketoconazole, Phenobarbital, Primidone, Isoniazid, Ranitidine, Nizatidine, Cisapride, Blood Thinners, Carbamazepine, Colestyramine, Imatinib, Busulfan, Lixisenatide, Metoclopramide, Phenobarbital, Phenytoin.
 

बहुत अधिक डोलो खा लेने पर क्या दुष्प्रभाव हो सकता है

डोलो की तय सीमा से अधिक डोज लेने पर यह गंभीर दुष्प्रभाव दिखा सकती है। जैसे

1) पेट में दर्द

2) उल्टी या उल्टी जैसा महसूस होना

3) लिवर में समस्या होना

4) दौरे पड़ना

5) कोमा में जाना

6) मृत्यु 

हालांकि यह दुर्लभ मामलों में होता है। ओवरडोज की स्थिति में अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें।
 
 
👇👇👇

Lav Tripathi

Lav Tripathi is the co-founder of Bretlyzer Healthcare & www.capejasmine.org He is a full-time blogger, trader, and Online marketing expert for the last 12 years. His passion for blogging and content marketing helps people to grow their businesses.

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

फ़ॉलोअर