मेट्रोनिडाजोल (Metronidazole) नाइट्रोमिडाजोल ग्रुप से संबंधित एंटिबायोटिक और एंटी प्रोटोजोअल ड्रग है।
यह बैक्टीरिया और प्रोटोजोआ के कारण होने वाले इंफेक्शन को खत्म करने के लिए दी जाती है।
यह टैबलेट, सिरप और आईवी में भी आती है। इसका सबसे अधिक उपयोग पेट और स्किन के इंफेक्शन में किया जाता है।
मैट्रोनिडाज़ोल टेबलेट किन बीमारियों में काम आती है - Metronidazole Tablet Uses in Hindi
मेट्रोनिडाजोल बैक्टीरिया और प्रोटोजोआ के कारण होने वाले इंफेक्शन को खत्म करने के लिए दी जाती है।
एनएरोबिक इन्फेक्शन - कुछ बैक्टीरिया ऐसे होते हैं जिनको जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होती है। इन्हें ही हम एनएरोबिक बैक्टीरिया कहते हैं।
मेट्रोनिडाजोल ऐसे बैक्टीरिया के विरूद्ध बहुत ही प्रभावी ढंग से काम करती है जैसे -
निमोनिया (Pneumonia)
पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (Pelvic Inflammatory Disease)
पेट में होने वाले इंफेक्शन (Indra-abdominal Infections)
लिवर में होने वाले इंफेक्शन (Liver Abscess)
त्वचा के अंदर होने वाले इंफेक्शन (Deep Skin and Soft Tissue Infections)
ओस्टियोमाइलाइटिस (Osteomyelitis)
दिमाग में होने वाला संक्रमण (Brain Abscess)
दांतों में होने वाला संक्रमण (Periodontal Disease)
वैजाइना के अंदर होने वाले इंफेक्शन (Bacterial Vaginosis) ईत्यादि।
प्रोटोजोअल इन्फेक्शन - मेट्रोनिडाजोल प्रोटोजोअल इन्फेक्शन के विरूद्ध बहुत अच्छा काम करती है।
जैसे एमेबियासीस (Amebiasis), गार्डियासीस (गार्डियासिस), ट्राईकोमोनियासीस (Trichomoniasis) ईत्यादि।
एच पायलोरी इन्फेक्शन (H.Pylori Infection) - एच पायलोरी बैक्टीरिया पेट में पेप्टिक अल्सर कर देता है।
मेट्रोनिडाजोल एच पायलोरी के कारण होने वाले अल्सर पर बहुत अच्छा काम करती है।
इसमें साथ में अन्य एंटीबॉयोटिक और प्रोटॉन पंप इन्हिबिटर (PPI) भी दिया जाता है।
एंटी बायोटिक एसोसिएटेड कोलाइटिस (Antibiotic Associated Colitis) - मेट्रोनिडाजोल एंटी बायोटिक एसोसिएटेड कोलाइटिस में बहुत अच्छा काम करती है।
इसमें मरीज को गंभीर डायरिया और बड़ी आंत में सूजन हो जाती है।
मेट्रोनिडाजोल कैसे काम करती है - Mode of Action of Metronidazole in Hindi
मेट्रोनिडाजोल एक प्रो-ड्रग है यानी की मेट्रोनिडाजोल जब हम दवाई के रूप में लेते हैं तो यह हमारे शरीर में ऐक्टिव रूप में नहीं जाती है और इनैक्टिव ही रहती है।
जब यह माइक्रोऑर्गेनिज्म (बैक्टीरिया, प्रोटोजोआ) के अंदर जाती है तो यह माइक्रोऑर्गेनिज्म के अंदर मौजूद एक खास तरह के प्रोटीन (Ferredoxin) जो सिर्फ माइक्रोऑर्गेनिज्म में ही पाया जाता है से रिएक्शन करके ऐक्टिव हो जाती है।
यह खास तरह का प्रोटीन (Ferredoxin) इंसानों की कोशिकाओं में नहीं पाया जाता है।
अब ऐक्टिव मेट्रोनिडाजोल बैक्टीरिया या प्रोटोजोआ के शरीर में एक विषैला (Toxic) केमिकल बनाती है जिसे ROS (Reactive Oxygen Species) कहते हैं।
यह ROS बैक्टीरिया के डीएनए को डैमेज कर देता है और DNA स्ट्रैंड को तोड़कर बैक्टीरिया की वृद्धि और खुद को ठीक करने की क्षमता खत्म कर देता है।
इस तरह से बैक्टीरिया खत्म हो जाता है। यह एनएरोबिक (Anaerobic) बैक्टीरिया के विरूद्ध बहुत प्रभावी होता है।
एनएरोबिक ऐसे बैक्टीरिया होते हैं जो बिना ऑक्सीजन के जिंदा रहते हैं।
मेट्रोनिडाजोल एक और तरीके से काम करती है। मेट्रोनिडाजोल बैक्टीरिया की सैल्स के अंदर इलेक्ट्रॉन ट्रांसपोर्ट को रोक देता है।
इलेक्ट्रॉन ट्रांसपोर्ट ना होने की वजह से कोशिका के अंदर ATP का उत्पादन नहीं हो पाता और ATP ही किसी कोशिका के ऊर्जा का मुख्य स्रोत होती है।
ऊर्जा ना मिल पाने के कारण सैल्स के अंदर कोई भी क्रिया नहीं हो पाती और कोशिका खत्म हो जाती है।
कोशिका खत्म होने से बैक्टीरिया और प्रोटोजोआ भी खत्म हो जाता है।
मेट्रोनिडाजोल में बैक्टीरिया या प्रोटोजोआ को मारने के गुण होते हैं। इन्हें Bactericidal और Parasiticidal भी कहते हैं।
ध्यान रखने योग्य बात ये है की मेट्रोनिडाजोल बैक्टीरिया और प्रोटोजोआ को खत्म करती है वायरस और फंगस पर यह कोई काम नहीं करती।
मेट्रोनिडाजोल साईड इफैक्ट्स - Metronidazole Side Effects in Hindi
मेट्रोनिडाजोल के सबसे अधिक होने वाले साईड इफैक्ट्स हैं
1) पेट में दर्द
2) उल्टी आना या उल्टी जैसा महसूस होना
3) डायरिया होना
4) मुंह में धातु जैसा टेस्ट आना (Metallic Taste)
ये साईड इफैक्ट्स अधिकतर मामलों में दूध पीने या खाना खाने से दूर हो जाते हैं। कुछ अन्य साईड इफैक्ट्स भी हैं जो गंभीर हो सकते हैं जैसे
1) एलर्जिक रिएक्शन
2) झटके आना
3) सिर दर्द करना
4) चक्कर आना
5) भ्रमित होना
6) व्हाईट ब्लड सैल्स और प्लेटलेट्स कम हो जाना
7) शरीर या हाथ पैरों का सुन्न हो जाना
मेट्रोनिडाजोल का अन्य दवाईयों के साथ इंटरेक्शन - Metronidazole Drug Interaction in Hindi
मेट्रोनिडाजोल कुछ दवाईयों या केमिकल के साथ मिलकर उनका प्रभाव घटा या बढ़ा सकती है। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवाई ना लें जैसे
1) खून पतला करने वाली या एंटी प्लेटलेट्स दवाईयां मेट्रोनिडाजोल के साथ लेने पर अंदरूनी स्त्राव कर सकती हैं।
2) लिथियम मानसिक रोगियों को दी जानें वाली दवाई है। मेट्रोनिडाजोल के साथ इसका इस्तेमाल शरीर में लिथियम की टॉक्सिसिटी बढ़ा सकती है।
3) ऐसी दवाईयां जो लिवर एंजाइम पर काम करती हैं उनके साथ मेट्रोनिडाजोल नहीं लेना चाहिए अन्यथा इसके साईड इफैक्ट्स दिख सकते हैं।
4) शराब के साथ मेट्रोनिडाजोल नहीं लेना चाहिए। इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। मेट्रोनिडाजोल खाने के 48 घंटे बाद ही शराब पीनी चाहिए।
किसको मेट्रोनिडाजोल नहीं लेनी चाहिए
1) गर्भवती महिलाओं को खासकर पहले ट्राइमेस्टर में
2) स्तनपान कराने वाली महिलाओं को
3) लिवर की बीमारी वाले मरीजों को
4) ब्लड डिसऑर्डर वाले मरीजों को
5) न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर वाले मरीजों को
6) यह किडनी के मरीजों के लिए सुरक्षित होती है क्योंकि यह लिवर में मेटाबोलाइज होती हैं।
लेकिन जो मरीज डायलिसिस पर हैं उनको बिना डॉक्टर की सलाह के मेट्रोनिडाजोल नहीं लेनी चाहिए।
मेट्रोनिडाजोल की डोज - Metronidazole Tablet Dosage in Hindi
मेट्रोनिडाजोल बीमारी की गंभीरता के अनुसार 400 mg दिन में तीन बार (TID) ली जाती है। यह इंफेक्शन के अनुसार लगातार 10 दिन तक दी जा सकती है।
बच्चों में 10 mg/किलोग्राम/दिन दी जाती है। बच्चों में डोज बीमारी की गंभीरता पर भी निर्भर करती है।
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