एनुरिया का मतलब होता है पेशाब ना होना या पूरे दिन में 100 ml से कम पेशाब होना।
एनुरिया में हमारी किडनी पेशाब बनाना बंद कर देती है या मूत्र मार्ग में कोई संक्रमण या अवरोध के कारण पेशाब नहीं हो पाती।
यह एक गंभीर स्तिथि होती है और तुरंत मरीज को डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
एनुरिया होने का कारण - Causes of Anuria in Hindi
एनुरिया होने के कारणों को हम तीन भागों में विभाजित कर सकते हैं।
प्रीरेनल (Prerenal Cause) - इस कंडीशन में मरीज की किडनी में ब्लड फ्लो कम हो जाता है जिसकी वजह से पेशाब नहीं बन पाती।
प्रीरेनल होने की कई वजह होती हैं जैसे
1) गंभीर डायरिया या लगातार उल्टी होना
2) किसी वजह से अत्याधिक खून का बह जाना
3) डायबिटीक कीटोएसिडोसिस होना (Ketoacidosis)
4) त्वचा का बुरी तरह जल जाना
5) हार्ट फेल होना
6) लिवर की गम्भीर बीमारी होना
7) सेप्सिस होना (Sepsis)
8) पैंक्रियाज में संक्रमण होना
9) एक या दोनों रेनल आर्टरी का संकरा होना (Renal Artery Stenosis)
इंट्रारेनल (Intrarenal Cause) - यह स्तिथि किडनी में चोट लगने के कारण होती है।
जिसकी वजह से Renal Tubules, Glomerulus या Kidney Interstitium डैमेज हो जाता है। इसकी मुख्य वजह निम्न हैं
1) किडनी में चोट लगना (AKI)
2) किसी दवाई का साईड इफैक्ट्स
3) रेडियोएक्टिव पदार्थ के संपर्क में आना
4) शरीर में विषैले मेटल का पहुंच जाना
5) ऑटोइम्यून बीमारी या इन्फेक्शन होना जैसे Sjogren Syndrome, Sarcoidosis etc
पोस्ट रेनल (Post Renal cause) - इसका मुख्य कारण होता है किडनी से पेशाब के रास्ते तक कोई इन्फेक्शन या ब्लॉकेज होना। जैसे
1) मूत्र मार्ग इंफेक्शन (UTI)
2) किडनी स्टोन
3) प्रॉस्टेट कैंसर
4) प्रॉस्टेट का बढ़ा हुआ होना
एनुरिया के लक्षण - Symptoms of Anuria in Hindi
1) पेशाब ना होना
2) पूरे दिन में 100 ml से कम पेशाब होना
3) ब्लड प्रेशर का बढ़ा रहना
4) भूख ना लगना
5) उल्टी होना या उल्टी जैसा महसूस होना
6) बहुत थकान और कमजोरी लगना
7) हृदय की धड़कन अनियमित होना
8) पेशाब में खून आना
9) पेशाब करने में जलन या दर्द होना
एनुरिया की जांच - Diagnosis of Anuria in Hindi
1) किडनी फंक्शन टेस्ट (KFT)
2) यूरीन टेस्ट
3) अल्ट्रासाउंड
4) CT Scan
एनुरिया का ईलाज - Treatment of Anuria in Hindi
एनुरिया का ईलाज करने से पहले जांच द्वारा यह जानना जरूरी है की एनुरिया किस वजह से हुआ है।
वजह का पता लगने के बाद डॉक्टर उस कारण को ठीक करता है। एनुरिया में सामान्यता निम्न ट्रीटमेंट किया जाता है
1) मरीज को अगर फ्लूइड लॉस के कारण एनुरिया हुआ है तो मरीज को इलेक्ट्रोलाइट्स चढ़ाए जाते हैं।
2) किडनी स्टोन के कारण एनुरिया हुआ है तो पहले उस ब्लॉकेज को हटाया जाता है।
3) मूत्र मार्ग इंफेक्शन के कारण एनुरिया हुआ है तो एंटीबायोटिक दवाओं से ईलाज किया जाता है।
4) अगर किडनी सही से काम न कर पा रही हो तो डायलिसिस या किडनी की बीमारी का ईलाज किया जाता है।
इस तरह डॉक्टर सबसे पहले कारण जान कर उस कारण को ठीक करता है।
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