हाइपोनेट्रेमिया एक ऐसी कंडीशन होती है जिसमें हमारे ब्लड में सोडियम का स्तर कम हो जाता है।
सोडियम हमारे शरीर के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण मिनरल होता है और सोडियम का कम या अधिक होना हमारे स्वास्थ के लिए बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है।
सोडियम हमारे शरीर में पानी का संतुलन बनाए रखता है इसके अलावा सोडियम हमारी मांसपेशियों (Muscle Function) और तंत्रिका तंत्र (Nerve) के सही से कार्य करने के लिए बहुत जरूरी होता है।
सोडियम की कमी (हाइपोनेट्रेमिया) का कारण - Causes of Hyponatremia in Hindi
1) बहुत अधिक मात्रा में पानी पीना
2) किडनी में समस्या
3) एड्रेनल डेफिशिएंसी
4) हाइपो थाइरॉयडिजम
5) कुछ दवाईयों का अधिक इस्तेमाल जैसे Diuretics, Antidepressants, Pain killer
6) हृदय या लिवर की कोई बीमारी
7) ADH (Antidiuretic Hormone) हार्मोन का अधिक मात्रा में निकलना
सोडियम की कमी (हाइपोनेट्रेमिया) के लक्षण - Symptoms of Hyponatremia in Hindi
1) उल्टी होना या उल्टी जैसा महसूस होना
2) सिर दर्द करना
3) भूख ना लगना
4) कन्फ्यूजन होना या भ्रमित होना
5) थकान और कमजोरी महसूस होना
6) मांशपेशियों का ऐठना या मांसपेशियों में मरोड़ उठना
7) दौरे पड़ना
8) कोमा में चले जाना
सोडियम की कमी (हाइपोनेट्रेमिया) का ईलाज - Treatment of Hyponatremia in Hindi
हाइपोनेट्रेमिया का ईलाज करने से पहले इसका कारण जानना जरूरी होता है।
इसके कारण को जानने के बाद डॉक्टर यह देखता है की हाइपोनेट्रेमिया कितना गंभीर है और फिर इसका ईलाज शुरू करता है।
हाइपोनेट्रेमिया में मुख्यता निम्न ट्रीटमेंट दिया जाता है
1) शरीर में पानी की मात्रा को नियंत्रित करना
2) शरीर में आईवी (Intravenous Administration) के द्वारा सोडियम का स्तर बढ़ाना
3) वेसोप्रेसिन रिसेप्टर एंटागोनिस्ट (Vasopressin Receptor Antagonist) दवाएं देना, यह दवाएं ADH को ब्लॉक कर देती हैं जिसकी वजह से शरीर में अधिक पानी नहीं रुकता है।
4) किडनी, लिवर या हार्ट की जिस समस्या के कारण हाइपोनेट्रेमिया हुआ है उसका ईलाज करना
सोडियम की कमी (हाइपोनेट्रेमिया) कितने प्रकार का होता है - Types of Hyponatremia in Hindi
हाइपोनेट्रेमिया मुख्यता तीन प्रकार का होता है
हाइपोवालेमिक हाइपोनेट्रेमिया (Hypovolemic Hyponatremia) - यह स्तिथि तब होती है जब शरीर में पानी और सोडियम दोनों का स्तर कम हो जाता है।
इसके होने का मुख्य कारण उल्टी, डायरिया या बहुत अधिक पसीना बह जाने की वजह से सोडियम और पानी का असंतुलन है।
यूवोलेमिक हाइपोनेट्रेमिया (Euvolemic Hyponatremia) - यह स्तिथि तब होती है जब शरीर में पानी का स्तर तो नॉर्मल रहता है लेकिन शरीर में सोडियम का स्तर कम हो जाता है।
इसकी मुख्य वजह किसी खास दवाईयों का सेवन या ADH हार्मोन की अति सक्रियता से होता है।
हाईपरवालेमिक हाइपोनेट्रेमिया (Hypervolemic Hyponatremia) - यह स्तिथि तब होती है जब हमारे शरीर में पानी और नमक दोनों का स्तर बढ़ जाता है।
यह मुख्यता हार्ट, किडनी या लिवर की किसी बिमारी की वजह से होता है।
किसको हाइपोनेट्रेमिया होने की संभावना सबसे अधिक होती है - High Risk Population for Hyponatremia in Hindi
1) 55 साल से ऊपर के व्यक्तियों को
2) किडनी, लिवर या हार्ट के मरीजों को
3) ऐसे मरीज जो एंटी डिप्रेसेंट दवाएं ले रहें हों
4) बहुत अधिक मेहनत या कसरत करने वालों को
5) ऐसे मरीज जो दर्द निवारक, मूत्र वर्धक या दौरे पड़ने की दवाईयों का सेवन कर रहें हों
सोडियम की कमी (हाइपोनेट्रेमिया) का ईलाज ना करवाने पर क्या परिणाम हो सकता है - Complications Due to Hyponatremia in Hindi
1) दिमाग में सूजन, जिसकी वजह से मरीज कोमा में जा सकता है
2) सांस लेने में दिक्कत होना
3) तांत्रिक तंत्र का विफल हो जाना (Osmotic Demyelination Syndrome)
4) हार्ट फेल हो जाना
सोडियम की कमी (हाइपोनेट्रेमिया) की जांच - Diagnosis of Hyponatremia in Hindi
हाइपोनेट्रेमिया
पता करने के इलेक्ट्रोलाइट्स का टेस्ट किया जाता है।
यह टेस्ट ब्लड से
होता है और इसे Na+ K+ Cl- टेस्ट भी कहते हैं। यह टेस्ट 300 रुपए में हो
जाता है।
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बीमारी