पैंटोप्रोजोल (Pantoprazole) एक प्रोटॉन पंप इन्हिबिटर (Proton Pump Inhibitor-PPI) है जिसका इस्तेमाल एसिडिटी, सीने में जलन और अल्सर जैसे लक्षणों में किया जाता है।
पैंटोप्रोजोल के अधिकतम प्रभाव के लिए इसको सुबह खाली पेट लेना चाहिए।
पैंटोप्रोजोल किस बीमारी में दिया जाता है - Pantoprazole Tablet Uses in Hindi
1) एसिडिटी (Acidity)
2) अल्सर (Stomach Ulcers)
3) सीने में जलन (Heart Burn)
4) जॉलिंगर एलिसन सिंड्रोम (Zollinger Ellison Syndrome)
5) GERD (Gastro Oesophageal Reflux Disorder)
6) एसोफैगाइटिस (Esophagitis)
पैंटोप्रोजोल किस तरह काम करता है - Mode of Action of Pantoprazole Tablet in Hindi
पैंटोप्रोजोल एक प्रोटॉन पंप इन्हिबीटर (Proton Pump Inhibitor - PPI) है।
यह हमारे पेट में गैस्ट्रिक एसिड बनाने वाले प्रोटॉन पंप को ब्लॉक करने का काम करती है।
जब हम कुछ खाते हैं हमारे पेट में गैस्ट्रिक जूस निकलना शुरु हो जाते है।
यह गैस्ट्रिक जूस भोजन को पचाने में सहायता करते हैं।
जब यह जूस बहुत अधिक मात्रा में निकलने लगते हैं तो हमें एसिडिटी हो जाती है।
यह गैस्ट्रिक जूस हमारे पेट के अंदर पैरियटल सेल्स (Parietal Cells) द्वारा बनाए जाते हैं।
इन सैल्स में प्रोटॉन पंप होता है जो की हाइड्रोजन आयन (प्रोटॉन) को निकालते हैं और यही गैस्ट्रिक जूस बनाता है।
पैंटोप्रोजोल इन प्रोटॉन पंप को ब्लॉक कर देता है। जिसकी वजह से ये एसिड नहीं बना पाते और हमें एसिडिटी में राहत मिल जाती है।
लेकिन पैंटोप्रोजोल सीधे प्रोटॉन पंप को ब्लॉक नहीं करता, यह सबसे पहले हमारी बॉडी द्वारा अवशोषित होता है फिर हमारे ब्लड में आता है फिर उसके बाद यह पैरियटल सैल्स में जाकर एक्टिव हो जाता है और फिर प्रोटॉन पंप को ब्लॉक कर देता है।
पैंटोप्रोजोल को असर दिखाने में समय लगता है, इसीलिए जो भी पीपीआई मार्केट में उपलब्ध हैं वो इंस्टेंट रिलीज और सस्टेन रिलीज के रूप में आते हैं ताकी मरीज को तुरंत और लंबे समय तक आराम मिल सके।
पैंटोप्रोजोल का असर 2 से 3 दिन तक रहता है।
पैंटोप्रोजोल की डोज - Dosage of Pantoprazole Tablet in Hindi
पैंटोप्रोजोल टेबलेट 20 mg और 40 mg में आती है। सामान्यता इसको OD यानी की दिन में एक बार सुबह खाली पेट दिया जाता है।
लेकीन गंभीर एसिडिटी और अल्सर के मरीजों में यह 40 mg सुबह और 40 mg शाम को भी दिया जाता है।
पैंटोप्रोजोल खाली पेट खाने से जल्दी असर शुरु करती है, कुछ खाने के बाद अगर आप पैंटोप्रोजोल खाएंगे तो इसका असर दिखने में समय लग जाता है।
6 साल से 16 साल तक के बच्चों में 20 mg पैंटोप्रोजोल देना चाहिए।
पैंटोप्रोजोल के साईड इफैक्ट्स
पैंटोप्रोजोल के वैसे तो बहुत कम साईड इफैक्ट्स होते हैं लेकिन कुछ मरीजों में इसके साईड इफैक्ट्स के लक्षण देखने को मिल जाते हैं जैसे
1) मुंह सूखना
2) डायरिया
3) सर दर्द
4) चक्कर आना
5) उल्टी होना
6) पेट में दर्द
7) व्हाईट ब्लड सेल्स का कम होना
8) कोलेस्ट्रोल और लिवर एंजाइम का बढ़ जाना
9) विटामिन और मिनरल्स का सही से अवशोषण ना होना
10) हाथ पैर कांपना
11) मुंह का स्वाद चला जाना
पैंटोप्रोजोल किसको नहीं लेना चाहिए
1) 6 साल से कम उम्र के बच्चों को
2) गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को
3) ओस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) के मरीज को
4) ऐसे मरीज जिनको विटामिन B-12 की कमी हो, क्योंकि पैंटोप्रोजोल का इस्तेमाल भोजन से विटामिन बी-12 को अब्जॉर्ब होने से रोकता है।
जिसके कारण मरीज को विटामिन बी-12 की कमी हो जाती है।
5) पैंटोप्रोजोल का लंबे समय तक इस्तेमाल हाइपोमैग्नेसेमिया (Hypomagnesemia) कर देता है।
जिसकी वजह से शरीर में मैग्नीशियम की कमी हो जाती है और और मरीज को मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन, दौरे आना और असामान्य हृदय की धड़कन हो सकती है।
6) लंबे समय तक पैंटोप्रोजोल लेने से यह पेट में एट्रोफिक गैसट्राइटिस (Atrophic gastritis) कर सकती है।
लंबे समय तक इस्तेमाल करने से यह H.Pylori नामक बैक्टीरिया को ग्रो करने का मौका देती है।
7) अगर आप पैंटोप्रोजोल (Pantoprazole) एक साल से इस्तेमाल कर रहे हैं तो यह आपकी हड्डियों को कमजोर कर देती है।
पैंटोप्रोजोल का किन दवाओं के साथ इंटरेक्शन होता है
कुछ दवाएं पैंटोप्रोजोल के प्रभाव को घटा या बढ़ा देती हैं ऐसी दवाओं को पैंटोप्रोजोल के साथ लेने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरुर लें जैसे
खून पतला करने वाली दवाईयां (Anti coagulants) - ये दवाईयां पैंटोप्रोजोल के साथ लेने पर शरीर में इंटर्नल ब्लीडिंग कर सकती हैं। इसलिए इसको बिना डॉक्टर की सलाह के ना लें।
H2 ब्लॉकर दवाईयां ये दवाईयां (Ranitidine) - पैंटोप्रोजोल के कारण होने वाले साईड इफैक्ट्स को बढ़ा सकती हैं।
पैंटोप्रोजोल के साथ अन्य PPI जैसे Rabeprazole, Omeprazole ईत्यादि भी नहीं लेनी चाहिए क्योंकि इसकी ओवरडोज हो सकती है।
एचआईवी की दवाईयां - पैंटोप्रोजोल एचआईवी की दवाईयों के साथ लेने पर एचआईवी की दवाईयों का अवशोषण ठीक से नहीं हो पाता है खासकर Atazanavir और Rilpivirine जैसी एंटी वायरल दवाईयां।
मेथोट्रेक्सेट (Methotrexate) - ये दवाई पैंटोप्रोजोल के साथ लेने पर शरीर में मेथोट्रेक्सेट का स्तर बढ़ जाता है।
जिसकी वजह से इसके साईड इफैक्ट्स हो सकते हैं। मेथोट्रेक्सेट कैंसर और ऑटो इम्यून बीमारियों में दी जाने वाली दवाई है।
क्लोपीडोग्रिल (Clopidogrel) - पैंटोप्रोजोल को क्लोपीडोग्रिल के साथ देने पर क्लोपीडोग्रिल का प्रभाव कम हो जाता है। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के पैंटोप्रोजोल ना लें।
कुछ अन्य दवाईयां भी पैंटोप्रोजोल के साथ इंटरेक्ट करती हैं जैसे Diazepam, Digoxin, आयरन सप्लीमेंट, Ketoconazole ईत्यादि।
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