Drotaverine Tablet Uses in Hindi - ड्रोटावेरिन एक एंटीस्पास्मोडिक (Antispasmodic) दवाई है जो स्मूथ मसल्स में होने वाले दर्द को कम करने के लिए दी जाती है।
जैसे मासिक धर्म में होने वाला दर्द, पेट में ऐंठन और दर्द, स्टोन के कारण होने वाला दर्द, सिर दर्द, आइबीडी (IBD) के कारण होने वाल दर्द, मांशपेशियों में होने वाला दर्द और ऐंठन ईत्यादि।
ड्रोटावेरिन एक हाईड्रोआइसोक्विनोलोन (Hydroisoquinolone) ग्रुप से संबंधित दवा है।
ड्रोटावेरिन PDE-4 नामक एंजाइम को ब्लॉक करने का काम करती है।
बहुत से डॉक्टर्स ड्रोटावेरिन को तीसरी तिमाही के दौरान देते हैं जिससे गर्भाशय का मुख चौड़ा हो सके, ऐंठन और दर्द कम हो तथा प्रसव के समय को कम किया जा सके।
लेकीन इसका इस्तेमाल डॉक्टर गर्भवती महिला की कंडीशन देख कर अपने अनुभव के अनुसार करता है।
ड्रोटावेरिन की डोज - Dosage of Drotaverine Tablet in Hindi
ड्रोटावेरिन 40 mg और 80 mg में आती है।
इसको दर्द और लक्षण के अनुसार डॉक्टर दिन में दो बार (BD) या तीन बार (TID) लेने को बोलता है।
बच्चों में ड्रोटावेरिन (Drotaverine) को अधिक इस्तेमाल नहीं किया जाता क्योंकि इससे बेहतर दर्द निवारक दवाएं मार्केट में उपलब्ध हैं जो बच्चों में ड्रोटावेरिन से कम साईड इफैक्ट्स करती हैं।
ड्रोटावेरिन किस तरह काम करती है - Mode of Action of Drotaverine Tablet in Hindi
ड्रोटावेरिन
(Drotaverine) PDE 4 इन्हिबिटर की तरह काम करती है।
PDE-4 एक तरह का एंजाइम होता है जो
cAMP नामक एंजाइम को तोड़ता है।
cAMP एंजाइम किसी भी कोशिका के भीतर संदेश
के आदान प्रदान का काम करता है।
PDE-4 को ब्लॉक करके ड्रोटावेरिन स्मूथ
मसल्स कोशिकाओं के अंदर cAMP का स्तर बढ़ा देती है।
cAMP का स्तर बढ़ जाने
से प्रोटिन काईनेस A (PKA) नामक एंजाइम एक्टिवेट हो जाता है।
PKA नामक
एंजाइम के एक्टिवेट होने से स्मूथ मसल्स कोशिकाओं में एक और एंजाइम
Phosphorylation जुड़ जाता है।
इसके जुड़ने से कोशिका के अंदर आयन चैनल खुल
जाता है और पोटैशियम आयन कोशिका से बाहर निकलने लगते हैं।
इस वजह से
कैल्शियम आयन कोशिका के अंदर नहीं आ पाते।
यही कैल्शियम आयन ही मांशपेशियों
को सिकुड़ने का काम करते हैं।
जब कैल्शियम आयन कोशिका में अंदर नहीं जाने
पाएगा तो स्मूथ मसल्स का सिकुड़ना नहीं हो पाएगा और स्मूथ मसल्स रिलैक्स
होकर फैल जाएगी और इस तरह से मरीज को आराम मिल जायेगा।
ड्रोटावेरिन के साईड इफैक्ट्स - Side Effects of Drotaverine Tablet in Hindi
ड्रोटावेरिन (Drotaverine) अधिकतर मामलों में सुरक्षित होती है लेकिन कुछ लोगों में इसके साईड इफैक्ट्स दिख सकते हैं जैसे
मुंह सूखना
पसीना आना
ब्लड प्रेशर कम होना
घबराहट होना
धुंधला दिखाई देना
हृदय की गति बढ़ जाना
चक्कर आना
सिर दर्द होना
पेट गड़बड़ होना
एलर्जिक रिएक्शन होना
ड्रोटावेरिन का अन्य दवाओं के साथ इंटरेक्शन - Interaction of Drotaverine Tablet in Hindi
ड्रोटावेरिन (Drotaverine) कुछ दवाओं के साथ लेने पर इसका प्रभाव घट या बढ़ सकता है।
इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के ड्रोटावेरिन निम्न दवाओं के साथ ना लें
एंटी डिप्रेसेंट (Antidepressants) जैसे MAOI's इन्हिबिटर और ट्राईसाइकिलिक ड्रग्स (Tricyclic)
शराब
ओपियाइड्स (Opioids)
बेंजोडायजेपाइन (Benzodiazepines)
नींद लाने वाली दवाएं
Erythromycin, Clarithromycin
अंगूर का जूस या अंगूर
बीटा ब्लॉकर्स दवाएं (Beta-Blockers)
ब्लड प्रेशर कम करने की दवाएं
लिवर एंजाइम को प्रभावित करने वाली दवाएं (Liver Enzyme Inhibitors:)
H2 ब्लॉकर्स (H2 blockers) या पेट में एसिड कम करने (Proton Pump Inhibitors) की दवाएं
अन्य एंटीस्पास्मोडिक दवाएं (Other Smooth Muscle Relaxants)
ड्रोटावेरिन किसको नहीं लेना चाहिए - Precaution While Taking Drotaverine Tablet in Hindi
लिवर और किडनी के गंभीर मरीजों को
ग्लूकोमा के मरीजों को
अनियंत्रित हृदय की धड़कन के मरीजों को
आंतों में गांठ या ब्लॉकेज वाले मरीजों को
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को
बच्चों को
ड्रोटावेरिन कितनी देर में असर करना शुरू करता है
ड्रोटावेरिन (Drotaverine) को अपना असर दिखाने में 30 मिनट्स से 60 मिनट्स तक लग जाते हैं।
यह समय हर मरीज पर अलग अलग हो सकता है।
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दवाई